Mark Wood Comment on Ashes Series: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड (Mark Wood) का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड (AUS vs ENG) के बीच होने वाली एशेज सीरीज (Ashes Series) के लिए कंगारू टीम मजबूत दावेदार है, लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड की टीम भी पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरने को तैयार है. लंबे समय से ऑस्ट्रेलिया में सीरीज नहीं जीत पाने के बाद इंग्लैंड इस बार इतिहास बदलने की कोशिश करेगा.
ऑस्ट्रेलिया एक मजबूत टीम
इंग्लैंड के पेसर मार्क वुड ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया अपनी होम कंडीशन और हालिया प्रदर्शन की वजह से इस एशेज सीरीज में फ़ेवरेट है. लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि इंग्लैंड की टीम भी कहीं से कमजोर नहीं है और हर खिलाड़ी इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार है. वुड के अनुसार ऑस्ट्रेलिया मजबूत टीम है और घरेलू मैदान पर हमेशा बेहतर खेलती है. लेकिन हमारी टीम में भी यह भरोसा है कि हम यहां अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं.
15 महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी
मार्क वुड पिछले 15 महीनों से किसी भी टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं रहे. फरवरी में हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उन्हें घुटने में चोट लग गई थी, जिसके बाद से उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला. फिर भी टीम मैनेजमेंट उन्हें इंग्लैंड की गेंदबाजी यूनिट का अहम हिस्सा मानता है. वुड ने कहा कि वह अभी पूरी तरह फिट नहीं हैं, लेकिन लगातार मेहनत कर रहे हैं. मैं यह नहीं कह सकता कि मैं सौ प्रतिशत फिट हूं. लेकिन मैं रोज अपनी फिटनेस बेहतर करने की कोशिश कर रहा हूं. उम्मीद है कि पहले टेस्ट तक मैं पूरी तरह तैयार हो जाऊंगा.
तेज पिच पर गेंदबाजी करने को उत्सुक
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट 21 नवंबर से पर्थ में खेला जाएगा. पर्थ अपनी तेज और उछाल भरी पिच के लिए दुनिया भर में मशहूर है, और वुड जैसी फास्ट बॉलर के लिए यह किसी सपने जैसा मौका है. वुड पहले भी यहां खेले हैं, लेकिन केवल एक बार 2022 टी20 विश्व कप के दौरान. उन्होंने कहा पर्थ की पिच तेज है और फास्ट बॉलर्स के लिए बेहतरीन रहती है. मैं वहां गेंदबाजी करने के लिए बहुत उत्साहित हूं.
इंग्लैंड की तैयारी पर भरोसा
इंग्लैंड को इस बार एशेज से पहले बहुत ज्यादा अभ्यास मैच खेलने का मौका नहीं मिला. इसके बावजूद वुड ने कहा कि टीम का कार्यक्रम ठीक है और खिलाड़ियों को काफी समय मिला है खुद को तैयार करने का. वुड के मुताबिक भारत के खिलाफ भी हमने ज्यादा अभ्यास मैच नहीं खेले थे. उसके बावजूद हम पहला टेस्ट जीतने में कामयाब रहे थे. इसलिए टीम को मैच प्रैक्टिस की कमी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि टीम का पूरा फोकस अपनी फिटनेस, रणनीति और मानसिक तैयारी पर है.
इंग्लैंड 14 साल का इंतजार खत्म करना चाहेगी
इंग्लैंड की टीम 2010–11 के बाद से ऑस्ट्रेलिया में कोई एशेज सीरीज नहीं जीत सकी है. पिछले कई दौरों में उन्हें मुश्किल परिस्थितियों और मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करना पड़ा है. लेकिन इस बार इंग्लैंड का इरादा इस लंबे इंतजार को खत्म करने का है. मार्क वुड ने बताया कि टीम का माहौल सकारात्मक है और खिलाड़ी जीत के लिए बेहद जुनूनी हैं. हम सभी जानते हैं कि यह सीरीज कितनी बड़ी होती है. हर खिलाड़ी इस बार कुछ खास करना चाहता है.
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