Joe Root: इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (England Cricket) इन दिनों अपने कप्तान को नियुक्त करने के लिए परेशान है, लेकिन उसके हाथ खाली ही हैं. अब इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट ने भी साफ कर दिया है कि वह सफेद गेंद क्रिकेट की कप्तानी की दौड़ में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कप्तानी का यह अध्याय उनके लिए समाप्त हो चुका है और वह इंग्लैंड की टीम का नेतृत्व करने का अपना समय पूरा कर चुके हैं. रूट ने 2017 से 2022 के बीच इंग्लैंड की टेस्ट टीम की कप्तानी की थी, जहां उनके नेतृत्व में टीम ने 64 टेस्ट खेले, जिनमें से 27 में जीत और 26 में हार मिली, जबकि 11 मुकाबले ड्रॉ रहे. हालांकि, उन्होंने कभी वनडे या टी20 में इंग्लैंड की कमान नहीं संभाली.
रूट ने स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैं इंग्लैंड की सीमित ओवरों की कप्तानी करूंगा. यह अध्याय अब समाप्त हो चुका है. मैंने अपनी कप्तानी का समय पूरा कर लिया है, लेकिन जो भी इस भूमिका को निभाएगा, वह गर्व से इसे करेगा और बेहतरीन प्रदर्शन करेगा.” रूट ने कहा, “ship has sailed” और वे अपना समय पूरा कर चुके हैं. यानी अब वे कप्तान बनने की दौड़ से बाहर हैं. Joe Root rules out from England white-ball captaincy.
इंग्लैंड की सीमित ओवरों की टीम हाल के वर्षों में अपने प्रदर्शन को बरकरार रखने में नाकाम रही है. ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में इंग्लैंड तीनों मैच हारकर बाहर हो गया, जिसके बाद जोस बटलर ने कप्तानी छोड़ दी. इससे पहले 2023 वनडे वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था, जहां टीम नौ में से सिर्फ तीन मैच जीत पाई थी. वहीं, 2024 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब रहा, लेकिन अपने खिताब का बचाव करने में विफल रहा.
2019 वर्ल्ड कप के बाद से जो रूट इंग्लैंड की वनडे टीम में नियमित रूप से नहीं खेले हैं. इस दौरान इंग्लैंड ने 68 वनडे खेले, लेकिन रूट ने सिर्फ 34 में शिरकत की, जिसमें उन्होंने 1,003 रन बनाए. उनका औसत 34.58 का रहा और इस दौरान उन्होंने एक शतक और आठ अर्धशतक लगाए. वहीं, रूट 2019 के बाद से इंग्लैंड के लिए कोई टी20 मैच नहीं खेले हैं, हालांकि हाल ही में उन्होंने SA20 लीग में शानदार प्रदर्शन किया था. इस टूर्नामेंट में उन्होंने आठ मैचों में 55.80 की औसत और 140.20 के स्ट्राइक रेट से 279 रन बनाए, जिसमें तीन अर्धशतक शामिल थे.
इंग्लैंड के चैंपियंस ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन को लेकर रूट ने निराशा जताई और कहा कि टीम अपनी क्षमताओं के अनुसार नहीं खेल पाई. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह टीम जल्द ही वापसी करेगी और 2015 से 2019 के बीच जिस ऊंचाई पर थी, वहां दोबारा पहुंचने की कोशिश करेगी. इंग्लैंड की ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खराब प्रदर्शन पर जो रूट ने कहा, “इस टीम में बहुत प्रतिभा है और आगे बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं. यह एक अच्छा अवसर है खुद को दोबारा स्थापित करने का और उसी ऊंचाई तक पहुंचने का, जहां हम 2015 से 2019 के बीच थे.”
जो रूट का ध्यान अब पूरी तरह टेस्ट क्रिकेट पर केंद्रित है और वह सफेद गेंद की कप्तानी में दिलचस्पी नहीं रखते. इंग्लैंड के लिए यह समय खुद को दोबारा मजबूत करने और नई कप्तानी की तलाश करने का है. इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी अभी आराम कर रहे हैं या तो वे काउंटी खेल रहे हैं या फिर आईपीएल में व्यस्त हैं. इंग्लैंड का व्हाइट बॉल शेड्यूल इस साल के मई महीने में शुरू होगा, जब वे तीन वनडे और टी20 मैचों के लिए अपने घर में खेलेंगे. तब तक इंग्लैंड अपने कप्तान की खोज में जरूर लगा रहेगा.
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