नयी दिल्ली : 19 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात में शुरू हुए आईपीएल सीजन-2 के पहले मैच में एम एस धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस को 20 रनों से हराया. काफी दिनों बाद मैदान में एक बार फिर धोनी रिव्यू सिस्टम का जादू देखने को मिला. महेंद्र सिंह धोनी ने डिकॉक के खिलाफ फिल्ड अंपायर के फैसले को चुनौती देते हुए डीआरएस का सहारा लिया. जिसमें धोनी सही साबित हुए.
दरअसल फिल्ड अंपायर के फैसले पर अगर कोई संदेह हो तो खिलाड़ी डिसिजन रिव्यू सिस्टम यानी की डीआरएस का इस्तेमाल कर सकता है. महेंद्र सिंह धोनी रिव्यू लेने के मामले में इतना सटीक आकलन करते हैं कि डीआरएस को लोग धोनी रिव्यू सिस्टम भी बोलने लगे हैं. आईपीएल के रविवार के मुकाबले में भी यही देखने को मिला. अंपायर ने पहले क्विंटन डिकॉका को नॉटआउट करार दिया.
बाद में जब धोनी ने रिव्यू की मांग की तो तीसरे अंपायर ने डिकॉक को एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया. इसके बाद एक बार फिर लोगों ने धोनी के रिव्यू सिस्टम की सराहना की और यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. मैच की दूसरी पारी में दीपक चहर तीसरा ओवर लेकर आये थे. उनकी दूसरी गेंद का खेलने के प्रयास में गेंद बल्ले के बीच से निकलते हुए डिकॉक के पैर से टकरायी.
फिल्ड अंपायर ने चेन्नई की अपील के बाद डिकॉक को नॉटआउट करार दिया. उसके बाद धोनी ने डीआरएस की मांग की. जैसे ही धोनी ने डीआरएस की मांग की डिकॉक पवेलियन की ओर बढ़ने लगे. इसका मतलब यह है कि डिकॉक को भी पता है कि धोनी का रिव्यू कभी गलत नहीं होता. इसके बाद रिप्ले देखकर थर्ड अंपायर ने डिकॉक को आउट करार दिया.
डिकॉक के रूप में मुंबई को तीसरे ओवर में पहला झटका लगा. डिकॉक 17 रन बनाकर आउट हो गये. उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी के दम पर टीम जल्द ही लक्ष्य प्राप्त कर सकता था. चेन्नई के लिए यह बड़ा विकेट साबित हुआ. क्योंकि दो ओवर और दो गेंद की समाप्ति पर मुंबई का स्कोर 18 रन था, जिसमें से 17 रन डिकॉक ने ही बनाये थे. इसके बाद मुंबई के विकेट लगातार गिरते रहे और अंत में चेन्नई 20 रनों से जीत गया.
Posted By: Amlesh Nandan.