टीम इंडिया के तेजतर्रार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट के पहले दिन अपना पांचवां टेस्ट शतक बनाया. पंत ने पलटवार करते हुए 146 रनों की पारी खेलकर इंग्लैंड के गेंदबाजों को बैकफुट पर ला दिया. उन्होंने एशिया के बाहर भारत के लिए तीसरा सबसे तेज शतक जमाया. उन्होंने 89 गेंद पर अपना पांचवां टेस्ट शतक जड़कर सभी को चौंका दिया.
ऋषभ पंत ने अपनी बेहतरीन पारी में 20 चौके और 4 छक्के लगाये. उन्हें दूसरे छोर से रवींद्र जडेजा से भरपूर समर्थन मिला क्योंकि दोनों ने 222 रन की साझेदारी की, जो इंग्लैंड के खिलाफ छठे विकेट के लिए भारत की ओर से सर्वोच्च साझेदारी है. आज अपना पांचवां टेस्ट शतक जड़ने के साथ ही पंत ने भारत से सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया.
एशिया के बाहर भारत के लिए सबसे तेज टेस्ट शतक
78 गेंद - वीरेंद्र सहवाग बनाम वेस्टइंडीज 2006 में ग्रोस आइलेट में.
88 गेंद - 1990 में लॉर्ड्स में मोहम्मद अजहरुद्दीन बनाम इंग्लैंड.
89 गेंद - 2022 में एजबेस्टन में ऋषभ पंत बनाम इंग्लैंड.
93 गेंद - एमएस धोनी - बनाम पाकिस्तान 2006 में.
पंत एक कैलेंडर वर्ष में दो शतक लगाने वाले चौथे भारतीय विकेटकीपर भी बन गये हैं. दिलचस्प बात यह है कि 22 वर्षीय इस सूची में से एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने विदेशी धरती पर शतक जड़ा है. इस साल की शुरुआत में उन्होंने केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक जड़ा था.
एक भारतीय विकेटकीपर द्वारा एक कैलेंडर वर्ष में दो टेस्ट शतक
1964 - बूधी कुंदरन
2009 - एमएस धोनी
2017 - ऋद्धिमान साहा
2022 - ऋषभ पंत
ऋषभ पंत इंग्लैंड में दो शतक लगाने वाले पहले मेहमान विकेटकीपर बल्लेबाज भी बने. उन्होंने 2018 के दौरे के पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड की धरती पर अपना पहला शतक जमाया. उन्होंने अपनी जवाबी हमलावर पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन भी पूरे किये.
पंत ने अपनाया आक्रामक रवैया
पंत ने अपने साथियों को पवेलियन की ओर वापस जाते हुए देखने के बाद आक्रामक रुख के साथ बल्लेबाजी करने का फैसला किया. वह लगभग हर ओवर में बाउंड्री तलाशने लगे. पंत ने गति पकड़ी और अंग्रेजी गेंदबाजों को संभालना शुरू कर दिया. उन्होंने सभी गेंदबाजों को बाउंड्री के पार पहुंचाया. अंत में, उन्हें जो रूट ने आउट कर दिया. लेकिन तब तक पंत ने अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिये.