किसी भी खेल में बेहतर प्रदर्शन करने पर खिलाड़ियों की प्रशंसा होती है, लेकिन खराब प्रदर्शन पर उन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है. क्रिकेट में भी कुछ ऐसा ही होता है. क्रिकेटर का एक खराब प्रदर्शन उसे कई आलोचनाओं का सामना करने के लिए मजबूर करता है. तारीफ और आलोचना खिलाड़ी का स्मार्ट और परिपक्व बनाने हैं. टीम इंडिया के बाहर हो चुके एक तेज गेंदबाज खलील अहमद को भी कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. भारत के पूर्व दिग्गज कृष्णमाचारी श्रीकांत ने उनपर कड़ी टिप्पणी की थी.
श्रीकांत ने कही थी यह बात
जब भारत जहीर खान या आरपी सिंह जैसे पुराने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की तलाश में था, तब खलील अहमद एक ऐसा विकल्प थे, जिसमें भारत ने रुचि दिखायी थी. उस समय भारत के पूर्व मुख्य चयनकर्ता श्रीकांत ने सीरीज में खराब रिटर्न के लिए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की आलोचना की थी, जहां उन्होंने दो मैचों में सिर्फ दो विकेट लेकर 81 रन दिये थे. श्रीकांत ने 2019 में द टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा था कि सच कहूं तो खलील अहमद इस स्तर पर अनुपयुक्त दिखते हैं. सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है, लेकिन उसे तेजी से सीखना होगा.
खलील ने अपने में किया काफी सुधार
जियो सिनेमा पर भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत के दौरान, खलील ने खुलासा किया कि वह टिप्पणियों से आहत थे लेकिन इसे रचनात्मक आलोचना के रूप में लिया. उन्होंने कहा कि मैंने इसे कहीं मीडिया में देखा और जाहिर तौर पर इससे मुझे दुख हुआ. मुझे लगा कि मैं भी भारत का खिलाड़ी हूं. मैं बहुत युवा और भावुक था. मैंने इसे देखा कि मैं खुद को कैसे सुधार सकता हूं. वर्तमान में, ये चीजें मेरे लिए मायने नहीं रखती हैं. मैंने सीखा है कि आपके पास जो प्रक्रिया है उसका पालन करना सबसे महत्वपूर्ण है. मैं एक स्वस्थ आहार और अपने अभ्यास पर ध्यान केंद्रित करता हूं. मैं यह जांचता हूं कि लोग मेरे बारे में क्या कह रहे हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
आईपीएल में अनसोल्ड रहे खलील
नीलामी में अनसोल्ड रहने के बाद खलील आईपीएल 2023 का हिस्सा नहीं होंगे. पिछले सीजन में इन्होंने डीसी के लिए एक प्रभावशाली प्रदर्शन किया था. उन्होंने 10 मैचों में 16 विकेट लिये थे. जब उनसे भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद के बारे में पूछा गया, तो खलील ने कहा कि जब मैं भारत के लिए खेला तो मैं उतना अच्छा नहीं था. मेरा मानना है कि मैं अब एक बेहतर गेंदबाज हूं, लेकिन मैं भारतीय टीम में नहीं हूं. मैं तब से अब 10 गुना बेहतर गेंदबाज हूं. मैं खेल और बल्लेबाज को बेहतर तरीके से पढ़ सकता हूं.