Australia vs India : आस्ट्रेलिया और भारत के बीच दूसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर यानी बॉक्सिंग डे के साथ शुरू हो रहा है. चूंकि पहले टेस्ट में भारत बहुत बुरी तरह पराजित हुआ था, इसलिए टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवालिया निशान लग गया है और कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.
ऐसे माहौल में आस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने शुक्रवार को कहा कि भारत को अपने क्रिकेट पर गर्व है और एडीलेड की तरह वह यहां बाक्सिंग डे टेस्ट में आसानी से घुटने नहीं टेकने वाला है. टिम पेन ने कहा कि ऋषभ पंत और लोकेश राहुल जैसे खिलाड़ियों को हम हल्के में नहीं ले सकते हैं. अगर हम उन्हें जरा भी मौका देते हैं तो वे डेंजरस खिलाड़ी साबित हो सकते हैं.
हालांकि भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन में राहुल को जगह नहीं मिली है, लेकिन ऋषभ पंत खेल रहे हैं और उनके पास यह मौका है कि वे विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी दोनों ही क्षेत्र में खुद को साबित कर दें. शुभमन गिल और मोहम्म सिराज की भी टीम में वापसी हो रही है.
आस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट में भारत को बुरी तरह पराजित किया था और मात्र 36 रन पर पूरी टीम को आउट कर दिया था और आठ विकेट से जीत दर्ज की थी. पेन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा , हम इस पर तवज्जो नहीं दे सकते कि उन्हें कितने मानसिक घाव लगे या वे अभी क्या सोच रहे होंगे. उन्होंने कहा , हमें पता है कि भारत को अपने क्रिकेट पर गर्व है और वह बेहद प्रतिभाशाली टेस्ट टीम है .
गौरतलब है कि कल आस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज शेन वार्न ने कहा था कि भारतीय टीम गहरे दबाव और अवसाद में है. वह पहले टेस्ट में मिली हार को भूल नहीं सकी है. ऐसे में आस्ट्रेलिया की टीम उनकी धज्जियां उड़ा देगी. वहीं कोच लैंगर को ऐसा लगता है कि टीम इंडिया में दबाव में है जिसका फायदा वे उठा सकते हैं. उनका कहना था कि शास्त्री क्या रणनीति बनाते हैं, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है.
अब तक 20 टेस्ट में आस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके पेन ने कहा कि पिछले साल एशेज सीरीज में भी इंग्लैंड ने पांचवें टेस्ट में वापसी करके बराबरी की थी. उन्होंने कहा , हमने इंग्लैंड में देखा कि जरा सा फोकस हटने पर क्या हो जाता है. लेकिन इस बार हम ऐसा नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा , हमने पहला टेस्ट भले ही जीत लिया लेकिन दूसरे दिन तक भारत का दबदबा था. वे आसानी से हार नहीं मानने वाले. हम एडीलेड के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे और अगर ऐसा कर सके तो आखिरी दो टेस्ट भारत के लिए काफी कठिन होंगे.
Posted By : Rajneesh Anand