Anil Kumble Slams Indian Batters: गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया, जिससे ड्रेसिंग रूम में टेंशन साफ दिखा. पहले सेशन में ही चार विकेट गिरने के बाद पूर्व कप्तान अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने बल्लेबाजों की शॉट सिलेक्शन और धैर्य की कमी पर कड़ा रुख दिखाया. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कड़ी चुनौती के बीच भारतीय बल्लेबाज आधे मन से खेले शॉट्स के कारण आउट होते गए. कुंबले और डेल स्टेन (Dale Steyn) ने इस ढलान का साफ विश्लेषण किया और बताया कि भारतीय बल्लेबाज पिच को सही तरह पढ़ने में नाकाम रहे.
पहले सेशन में जल्दी गिरे विकेट
तीसरे दिन भारत की शुरुआत अच्छी रही थी, लेकिन जल्द ही हालात बिगड़ने लगे. यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) 58 रन बनाकर आउट हुए. लेकिन केएल राहुल (KL Rahul), साई सुदर्शन (Sai Sudarshan) और ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने भी अपने विकेट सस्ते में गंवा दिये. ये सभी विकेट ऐसे समय गिरे जब पिच बल्लेबाजी के लिये अच्छी दिख रही थी. टीम इंडिया 102 पर चार विकेट खोकर चाय के विराम तक पहुंची और दक्षिण अफ्रीका से 387 रन पीछे रह गई. यह स्थिति भारत पर भारी दबाव डालने वाली साबित हुई.
जुरेल और सुदर्शन के शॉट पर उठे सवाल
साई सुदर्शन और ध्रुव जुरेल के आउट होने का तरीका काफी चर्चा में रहा. दोनों बिना जरूरत के पुल शॉट खेलते हुए आउट हुए जबकि गेंदबाजों पर किसी तरह का दबाव नहीं था. ये विकेट टीम इंडिया के लिये सबसे ज्यादा नुकसानदेह रहे. बल्लेबाज न तो गेंद की उछाल पढ़ पाए और न ही अपने स्ट्रोक को पूरा अंजाम दे पाए. इस ढिलाई को देखकर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए कि आखिर बल्लेबाज पिच के हिसाब से अपनी रणनीति क्यों नहीं बदल पा रहे.
कुंबले की सख्त टिप्पणी
अनिल कुंबले भारतीय बल्लेबाजी से खासे नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि पहले एक घंटे में बल्लेबाजों ने अच्छा खेल दिखाया था, लेकिन उसके बाद सब बिखर गया. राहुल को एक अच्छी गेंद मिली, लेकिन जुरेल और सुदर्शन की गलतियों ने टीम को मुश्किल में डाल दिया. कुंबले ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों ने रफ्तार कम करके भारतीय बल्लेबाजों को बांध दिया जबकि भारतीय स्पिनर इससे उलट तेज गति से गेंद डाल रहे थे. उन्होंने बताया कि गेंद को ऊपर स्पिन कराने से बल्लेबाजों को असली चुनौती मिलती है.
कुंबले ने बल्लेबाजों को दी सलाह
कुंबले ने आगे कहा कि इस पिच पर टिककर खेलना और सीधी बैट से शॉट लगाना बेहद जरूरी है. उन्होंने गेंद को समझकर खेलने की सलाह दी और कहा कि जब बल्लेबाज धैर्य दिखाएंगे तो रन अपने आप मिलना शुरू हो जाएंगे. यह पिच रक्षात्मक और आक्रामक बल्लेबाजी दोनों के लिये समान रूप से अनुकूल है, बस जरूरत है सही टाइमिंग और शॉट चयन की. टीम इंडिया को अगले सत्रों में यही रवैया अपनाना होगा ताकि मैच में वापसी की जा सके.
डेल स्टेन ने बताई चूक
पूर्व दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने भारतीय बल्लेबाजों के शॉट सिलेक्शन को इस गिरावट की बड़ी वजह बताया. उनके मुताबिक कुछ खराब शॉट्स ने ही भारत को मुश्किल में डाल दिया. उन्होंने कहा कि इस पिच पर बल्लेबाजों को धैर्य से खेलना चाहिए था क्योंकि गेंद में खास हरकत नहीं थी. स्टेन का विश्लेषण साफ करता है कि भारतीय बल्लेबाज मानसिक तौर पर तैयार नहीं दिखे और जल्दबाजी में गलत निर्णय ले बैठे.
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