नयी दिल्ली : दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धौनी का बल्ला और रणनीति दोनों ही इंडियन प्रीमियर लीग के नौवें सत्र में नहीं चल पा रहे हैं लेकिन अन्य टीमों के कप्तान आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं और उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है. भारत की विश्व टी20 और वनडे विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे धौनी ने इससे पहले चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से कप्तान और खिलाड़ी के रुप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था.
वह आईपीएल के भी सबसे सफल कप्तान हैं लेकिन राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स को अभी तक वह अभी तक अपेक्षित परिणाम नहीं दे पाये हैं. धौनी ने सीएसके की तरफ से 129 मैचों में कप्तानी की जिसमें उनकी टीम ने 78 जीते जबकि 50 में उसे हार का सामना करना पड़ा. इस बीच उनकी टीम दो बार चैंपियन भी बनी. दूसरी तरफ सुपरजाइंट्स की तरफ से धौनी ने दस मैचों में कप्तानी की है जिसमें उनकी टीम केवल तीन में जीत दर्ज कर पायी जबकि बाकी सात मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा.
यही नहीं धौनी का बल्ला भी नहीं चल पा रहा है और वह सर्वश्रेष्ठ फिनिशर की अपनी भूमिका पर अभी तक खरे नहीं उतरे हैं. भारत की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान ने सुपरजाइंट्स की तरफ से दस मैचों की नौ पारियों में केवल 182 रन बनाये हैं और उनका उच्चतम स्कोर 41 रन है. छक्के जड़ने में माहिर धौनी के नाम पर अभी तक केवल सात छक्के दर्ज हैं.
आईपीएल नौ के अन्य कप्तानों ने हालांकि व्यक्तिगत तौर पर अच्छा प्रदर्शन करके अपने खिलाडियों के नये अच्छा उदाहरण पेश किया है. अभी सर्वाधिक रन बनाने वाले चोटी के पांच बल्लेबाजों में चार कप्तान शामिल हैं. रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के कप्तान विराट कोहली और सनराइजर्स हैदराबाद के डेविड वार्नर के बीच तो ‘ओरेंज कैप’ के लिये रोचक जंग चल रही है.
कोहली ने अब तक नौ मैचों में 561 रन बनाये हैं और फिलहाल वह ओरेंज कैप की दौड़ में वार्नर से काफी आगे निकल गये हैं. कोहली ने दो शतक और चार अर्धशतक लगाये हैं. उनका औसत 80.14 जबकि स्ट्राइक रेट 142.02 है. एक समय वार्नर और कोहली दोनों बराबरी पर चल रहे थे. सनराइजर्स के कप्तान के नाम पर अब नौ मैचों में पांच अर्धशतकों की मदद से 458 रन दर्ज हैं. सनराइजर्स यदि अभी अंकतालिका में दूसरे स्थान पर है तो उसका काफी श्रेय वार्नर को जाता है. इन दोनों के अलावा कोलकाता नाइटराडर्स को दो बार चैंपियन बनाने वाले गौतम गंभीर ने फिर से साबित कर दिया है कि वह एक कुशल कप्तान होने के साथ ही कुशल बल्लेबाज भी हैं.
गंभीर ने दस मैचों में 49.75 की औसत से 398 रन बनाये हैं जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं. केकेआर ने भी अब तक छह मैचों में जीत हासिल की है और वह अंकतालिका में तीसरे स्थान पर है. मुंबई इंडियन्स भले ही दस मैचों में पांच में जीत दर्ज कर पाया लेकिन उसके कप्तान रोहित शर्मा ने शीर्ष क्रम में कुछ बेहतरीन पारियां खेली है. रोहित ने अब तक दस मैचों में 388 रन बनाये हैं जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं. गुजरात लायन्स की अगुवाई कर रहे सुरेश रैना के पास संतुलित टीम हैं लेकिन उन्होंने खुद भी अच्छा प्रदर्शन किया. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 11 मैचों में 286 रन बनाये हैं हालांकि वह अब तक केवल एक अर्धशतक लगा पाये हैं. ?
किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से डेविड मिलर कप्तान और खिलाडी के रुप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे. उसने टूर्नामेंट के बीच में कप्तान बदल दिया और मुरली विजय को यह जिम्मेदारी सौंप दी. कप्तान बदलने से टीम का भाग्य तो ज्यादा नहीं बदला लेकिन विजय ने उसके बाद लगातार अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने जिन चार मैचों में कप्तानी की उनमें 175 रन बनाये हैं जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं. यह अलग बात है कि उनकी 89 रन की पारी के बावजूद उनकी टीम को कल आरसीबी के खिलाफ एक रन से हार झेलनी पड़ी थी.
आईपीएल की आठ टीमों में केवल दिल्ली डेयरडेविल्स ही ऐसी टीम है जिसकी अगुवाई एक गेंदबाज जहीर खान कर रहे हैं. जहीर की फिटनेस और प्रदर्शन को लेकर सभी आशंकित थे लेकिन कभी भारतीय गेंदबाजी के अगुआ रहे इस तेज गेंदबाज ने अपने प्रदर्शन से टीम के बाकी खिलाडियों के सामने भी अच्छा उदाहरण पेश किया. जहीर अब तक केवल आठ मैचों में खेल पाये हैं जिनमें उन्होंने आठ विकेट लिये हैं लेकिन कई अवसरों उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी की.