राजकोट : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे मैच कल रविवार को राजकोट में खेला जाना है. इस मैच को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं, क्योंकि गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने पटेल समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर यह कहा है कि वे मैच नहीं होने देंगे और खिलाड़ियों को स्टेडियम तक पहुंचने ही नहीं देंगे.
पहले टी20 श्रृंखला और बाद में ग्रीन पार्क में पहला वनडे गंवाने के बाद भारत और धोनी पर काफी दबाव था. कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी के अंतिम एकादश में स्थान पर ही सवाल खड़े कर दिये थे लेकिन उन्होंने इंदौर में नाबाद 92 रन की पारी खेलकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. इससे भारत खराब शुरुआत से उबरकर चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में सफल रहा था.
दोनों टीमों के लिये कल का मैच महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वे 22 अक्तूबर को चेन्नई में होने वाले चौथे मैच से पहले मनोवैज्ञानिक लाभ लेने की कोशिश करेंगी. धोनी का फार्म में लौटना जहां भारत के लिये अच्छी खबर है वहीं टेस्ट कप्तान विराट कोहली और टीम के दो अन्य सदस्यों सुरेश रैना और शिखर धवन की फार्म उसके लिये चिंता का विषय बनी हुई है. कोहली, रैना और धवन अब यहां बल्लेबाजों के लिये स्वर्ग माने जाने वाली पिच पर फार्म में लौटने की कोशिश करेंगे.
राजकोट में जो पिछले दो अंतरराष्ट्रीय मैच हुए थे उनमें बडे स्कोर बने थे. जहां तक दक्षिण अफ्रीका का सवाल है तो वह फिर से जीत की लय हासिल करने के लिये बेताब होगा. वह दूसरे मैच में अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया था। उसके लिये सबसे बडा सवाल यह है कि स्पिन का अच्छी तरह से सामना कैसे किया जाए. कप्तान एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस शीर्ष क्रम में अच्छा योगदान दे रहे हैं लेकिन यही बात उसकी बल्लेबाजी लाइनअप के दो महत्वपूर्ण सदस्यों हाशिम अमला और डेविड मिलर के लिये नहीं कही जा सकती है.
यदि उनके तेज गेंदबाज खंडेरी स्टेडियम में नहीं चलते हैं तो फिर इमरान ताहिर और जीन पाल डुमिनी जैसे स्पिन गेंदबाजों की जिम्मेदारी बढ़ जायेगी. उनके लिये हालांकि रोहित शर्मा और धोनी जैसे बल्लेबाजों को रोकना आसान नहीं होगा क्योंकि पिच बल्लेबाजों के अनुकूल लगती है. सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के पिच क्यूरेटर रसिक मकवाना ने कहा कि इस पिच में ढेरों रन बन सकते हैं और इस बार ओस बडा कारण नहीं बनेगी. आयोजकों की सबसे बडी चिंता हालांकि पाटीदार अनामत आंदोलन समित ( पास ) के नेता हार्दिक पटेल की धमकी है जिन्होंने मैच के दौरान व्यवधान डालने और उससे पहले टीमों के रास्ते रोकने की धमकी दी है. इसलिए मैच के लिए स्टेडियम ही नहीं बल्कि शहर में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.