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कल भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे

राजकोट : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे मैच कल रविवार को राजकोट में खेला जाना है. इस मैच को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं, क्योंकि गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने पटेल समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर यह कहा है कि वे मैच नहीं होने […]

राजकोट : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे मैच कल रविवार को राजकोट में खेला जाना है. इस मैच को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं, क्योंकि गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने पटेल समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर यह कहा है कि वे मैच नहीं होने देंगे और खिलाड़ियों को स्टेडियम तक पहुंचने ही नहीं देंगे.

श्रृंखला बराबर करने के बाद आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम अब अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध लगती है और वह कल यहां होने वाले तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मजबूत दक्षिण अफ्रीका को फिर से अपने जाल में फंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. इंदौर में 14 अक्तूबर को 22 रन की जीत न सिर्फ भारतीय टीम बल्कि आलोचकों के निशाने पर चल रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए महत्वपूर्ण रही है.

पहले टी20 श्रृंखला और बाद में ग्रीन पार्क में पहला वनडे गंवाने के बाद भारत और धोनी पर काफी दबाव था. कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी के अंतिम एकादश में स्थान पर ही सवाल खड़े कर दिये थे लेकिन उन्होंने इंदौर में नाबाद 92 रन की पारी खेलकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. इससे भारत खराब शुरुआत से उबरकर चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में सफल रहा था.

चोटिल रविचंद्रन अश्विन की अनुपस्थिति में स्पिन विभाग का जिम्मा संभाल रहे हरभजन सिंह और अक्षर पटेल ने बाद में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को लक्ष्य तक नहीं पहुंचने दिया. इस जीत से भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा होगा, क्योंकि एक बार टीम 124 रन पर छह विकेट गंवाने से संकट में थे. धोनी की 86 गेंद की पारी से हालांकि भारत 247 रन बनाने में सफल रहा था. धोनी ने न सिर्फ खौफ पैदा करने वाली शैली में बल्लेबाजी की बल्कि अपने गेंदबाजों का भी बहुत अच्छा उपयोग किया. भारतीय स्पिनरों ने घरेलू परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया और लेग स्पिनर अमित मिश्रा की कमी नहीं खलने दी जिन्हें पहले मैच में अच्छी गेंदबाजी के बावजूद दूसरे मैच से बाहर कर दिया गया था.
इंदौर की जीत से भारत ने दक्षिण अफ्रीका का इस दौरे में लगातार तीन जीत दर्ज करने के अभियान को आगे नहीं बढने दिया. दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले टी20 श्रृंखला में 2-0 से जीत दर्ज की थी. लेकिन धोनी और उनकी टीम जानती है कि दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के सामने वे आत्ममुग्ध नहीं रह सकते हैं और किसी भी तरह की ढिलायी उन्हें भारी पड जाएगी.

दोनों टीमों के लिये कल का मैच महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वे 22 अक्तूबर को चेन्नई में होने वाले चौथे मैच से पहले मनोवैज्ञानिक लाभ लेने की कोशिश करेंगी. धोनी का फार्म में लौटना जहां भारत के लिये अच्छी खबर है वहीं टेस्ट कप्तान विराट कोहली और टीम के दो अन्य सदस्यों सुरेश रैना और शिखर धवन की फार्म उसके लिये चिंता का विषय बनी हुई है. कोहली, रैना और धवन अब यहां बल्लेबाजों के लिये स्वर्ग माने जाने वाली पिच पर फार्म में लौटने की कोशिश करेंगे.

राजकोट में जो पिछले दो अंतरराष्ट्रीय मैच हुए थे उनमें बडे स्कोर बने थे. जहां तक दक्षिण अफ्रीका का सवाल है तो वह फिर से जीत की लय हासिल करने के लिये बेताब होगा. वह दूसरे मैच में अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया था। उसके लिये सबसे बडा सवाल यह है कि स्पिन का अच्छी तरह से सामना कैसे किया जाए. कप्तान एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस शीर्ष क्रम में अच्छा योगदान दे रहे हैं लेकिन यही बात उसकी बल्लेबाजी लाइनअप के दो महत्वपूर्ण सदस्यों हाशिम अमला और डेविड मिलर के लिये नहीं कही जा सकती है.

दक्षिण अफ्रीका के लिए अमला का लय में आना महत्वपूर्ण है. यह स्टार बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी को अच्छी तरह से खेल सकता है और वह एक छोर पर टिककर पारी संवारने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं. जहां तक गेंदबाजों का सवाल है तो डेल स्टेन के अगुवाई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण के लिए भारत की पिचों से अनुकूल परिणाम हासिल करना आसान नहीं है. स्टेन, मोर्ने मोर्कल और युवा कैगिसो रबादा हालांकि अपनी अतिरिक्त तेजी और उछाल से बल्लेबाजों को परेशानी में डालते रहे हैं.

यदि उनके तेज गेंदबाज खंडेरी स्टेडियम में नहीं चलते हैं तो फिर इमरान ताहिर और जीन पाल डुमिनी जैसे स्पिन गेंदबाजों की जिम्मेदारी बढ़ जायेगी. उनके लिये हालांकि रोहित शर्मा और धोनी जैसे बल्लेबाजों को रोकना आसान नहीं होगा क्योंकि पिच बल्लेबाजों के अनुकूल लगती है. सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के पिच क्यूरेटर रसिक मकवाना ने कहा कि इस पिच में ढेरों रन बन सकते हैं और इस बार ओस बडा कारण नहीं बनेगी. आयोजकों की सबसे बडी चिंता हालांकि पाटीदार अनामत आंदोलन समित ( पास ) के नेता हार्दिक पटेल की धमकी है जिन्होंने मैच के दौरान व्यवधान डालने और उससे पहले टीमों के रास्ते रोकने की धमकी दी है. इसलिए मैच के लिए स्टेडियम ही नहीं बल्कि शहर में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.

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