21.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

ललित मोदी ने प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा से लंदन में की मुलाकात, ट्वीट के बाद गरमाई राजनीति

नयी दिल्ली : ललित मोदी का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. आज उन्होंने ट्विट करके कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है. ललित मोदी ने ट्वीट किया कि वह कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी और दामाद रॉबर्ट वाड्रा से भी मुलाकात कर चुके हैं. ये मुलाकात लंदन में […]

नयी दिल्ली : ललित मोदी का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. आज उन्होंने ट्विट करके कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है. ललित मोदी ने ट्वीट किया कि वह कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी और दामाद रॉबर्ट वाड्रा से भी मुलाकात कर चुके हैं. ये मुलाकात लंदन में हुई थी. उनके इस ट्वीट के बाद राजनीति गर्म हो गई है.

ललित मोदी के ट्वीट से कांग्रेस सकते में आ गई है. आज सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ललित मोदी की बातें बचकानी है. अगर वे रेस्तरां में अचानक प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा से मिले थे, तो यह कोई अपराध नहीं है.

भाजपा नेताओं के ललितगेट में नाम आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा जा रहा है कि उनके मंत्री भारत से ‘भागे’ मोदी की मदद क्यों कर रहे हैं. ललित मोदी की कहानी एक धंधेबाज और बिंदास जीवन जीनेवाले व्यक्ति की कथा भर नहीं है, बल्कि भारतीय राजनीति और सरकारों के मुनाफाखोरों और सट्टेबाजों के चंगुल में फंसने की त्रसदी भी है. मोदी पर लगे आरोपों के नतीजों को लेकर भी संशय है. बहरहाल, एक नजर ‘क्रोनी कैपिटलिज्म’ के इस पोस्टर ब्वॉय की कारगुजारियों पर…
मोदी को अमेरिका में सजा
– करीब तीन दशक पहले ललित मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था. तब वे उत्तरी कैरोलाइना के ड्यूक विश्वविद्यालय में छात्र थे. उन पर नशीले पदार्थ रखने और एक 16-वर्षीय किशोर एलेक्जेंडर वान डाइन को अपहृत करने तथा चोट पहुंचाने का आरोप लगा था. अदालत में ललित मोदी ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों को स्वीकार किया था.
-अपहरण की वारदात को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने 24 फरवरी, 1985 को मोदी को दोषी माना और दो साल कैद की स्थगित सजा सुनायी. नशीले पदार्थ रखने के आरोप पर उन्हें पांच वर्ष के प्रोबेशन पर रखा गया था. इसके अलावा उन्हें 300 घंटे समाज सेवा करने तथा 50 हजार डॉलर की जमानत भरने का निर्देश भी दिया गया.
-स्नातक की शिक्षा पूरी करने के बाद मोदी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और स्वास्थ्य का हवाला देकर वापस भारत जाने की अनुमति मांगी. उन्हें सामुदायिक सेवा के आदेश का पूरा पालन किये बगैर भारत आने की अनुमति मिल गयी. तब उनकी उम्र 23 वर्ष भी नहीं थी.
– माना जाता है कि अदालती सुनवाई और भारत आने की अनुमति मिलने के दोनों ही मामलों में मोदी परिवार के रुपये और प्रभावशाली अमेरिकी मित्रों की पहुंच काम आयी थी. इन मित्रों में बड़े व्यवसायी जेंस होवाल्ट और वीएल ग्रेगरी, एलेक्जेंडर डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक रॉबिन फरकास और खरबपति लियोनार्ड लाउडर जैसे नाम शामिल थे.
दिल्ली से मुंबई का रुख

दिल्ली के धनाढ्य सामाजिक परिवेश में तल्खी का रवैया देख कर नवविवाहित जोड़े ने मुंबई में रहने का फैसला किया. पहले वे केके मोदी के एक फ्लैट में रहे और फिर मीनल के पिता का मकान खरीद कर उसमें रहने लगे. अब ललित मोदी के परिवार में सौतेली बेटी करीमा सगरानी के अलावा बेटा रुचिर और बेटी आलिया भी आ गये थे. 2009 के दिसंबर महीने में इस बंगले में आग लग गयी थी. कुछ रिपोर्टो में कहा गया था कि यह घटना बीमा की राशि पाने के लिए की गयी थी, पर इस संबंध में कोई आधार सामने नहीं आ पाया है.

किस्मत हुई मेहरबान मोदी पर
मुंबई में विभिन्न कारोबारों में ललित मोदी ने हाथ डाला, पर उन्हें कोई कामयाबी मिलती नहीं दिख रही थी. उनका सबसे बड़ा आसरा परिवार से मिलनेवाली राशि ही थी. तभी उनकी नजदीकी मित्र वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की मुख्यमंत्री बन गयीं. सिंधिया से मोदी की जान-पहचान बचपन की दोस्त बीना किलाचंद के माध्यम से हुई थी, जो वसुंधरा के साथ ही जयपुर में रहने लगी थीं. कुछ समय के बाद मोदी भी जयपुर चले आये. उन्हें उम्मीद थी कि वे उनका कारोबार जमाने में मददगार होंगी.

इसी बीच किलाचंद और वसुंधरा राजे की दूरियां बढ़ने लगी थीं और मोदी लगातार मुख्यमंत्री के करीबी होते जा रहे थे. धीरे-धीरे वे उनके बहुत नजदीक हो गये और उनकी छवि कथित बिचौलिये की बनने लगी. वसुंधरा सरकार द्वारा कानून में बदलाव के जरिये मोदी ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर कब्जा किया और अपनी पैठ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में बनानी शुरू कर दी. इसके अलावा पुरानी हवेलियों की खरीद में भी वे संलग्न रहे और बाद में उन पर कुछ हवेलियों पर जबरन कब्जे के आरोप भी लगे. इस प्रकरण में कांग्रेस सरकार ने जांच के आदेश दिये थे. गौरतलब है कि यह जांच अब भी जारी है.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel