नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और ग्रैंड स्लैम विजेता टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने रविवार को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अज्ञात लोगों के छात्रों और प्रोफेसरों पर हमला करने की निंदा की है.
जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था.
भारत की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गंभीर ने ट्वीट किया, विश्वविद्यालय परिसर में इस तरह की हिंसा इस देश के चरित्र के पूरी तरह से खिलाफ है. इसके पीछे चाहे कोई भी विचारधारा हो या किसी का भी दिमाग हो, छात्रों को इस तरह निशाना नहीं बनाया जा सकता. उन बदमाशों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए जिन्होंने विश्वविद्यालय में घुसने की हिम्मत की.
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी कहा कि इस तरह की घटनाओं से देश की छवि को नुकसान होगा. पठान ने ट्वीट किया, जेएनयू में कल जो हुआ वह सामान्य घटना नहीं है. लाठियों से लैस लोगों ने विश्वविद्यालय परिसर, हास्टल के अंदर छात्रों पर हमला किया. इससे हमारे देश की छवि को नुकसान होगा.
सीनियर डेविस कप खिलाड़ी और पूर्व फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल चैंपियन बोपन्ना ने लिखा, जेएनयू में जो हुआ वह भयावह और शर्मनाक है. इसके लिए जिम्मेदारी लोगों को सजा मिलनी चाहिए.
भारत की युगल विशेषज्ञ बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने भी ट्वीट किया, क्या अब भी हम सब चुप रहेंगे? हमारे छात्रों के साथ ऐसा होते हुए देखते रहेंगे? दोषियों को क्यों नहीं पकड़ा गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ?.