गुवाहाटी : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को कहा कि शीर्ष क्रम की असफलता पर मध्यक्रम जब तक दबाव की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगा तब तक भारत के लिए आईसीसी प्रतियोगिताओं में जीत हासिल करना मुश्किल होगा. भारत ने पिछला आईसीसी टूर्नामेंट 2013 (चैम्पियंस ट्राफी) में जीता था. टीम को कई बार प्रबल दावेदार माना जाता है जिसमें टीम या तो कप्तान या फिर उप कप्तान रोहित शर्मा पर निर्भर रहती है.
इस साल सभी की निगाह टी-20 विश्व कप पर टिकी है और कोहली ने साल में पहली मीडिया बातचीत में साथी खिलाड़ियों से अपनी उम्मीदें बतायीं. कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ टी-20 शृंखला के शुरुआती मैच से पहले कहा, ‘हमें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो छठे या सातवें नंबर तक आपको मैच जिताने के लिए तैयार रहें. यह बल्लेबाजी लाइन अप में दो या तीन खिलाड़ियों पर निर्भर होना नहीं है. आप इस तरह से आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकते.’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमारा मुख्य ध्यान खिलाड़ियों को ऐसे हालात की जानकारी देना है और उनसे इस स्थिति में निडर होकर मैच विजेता बनने की उम्मीद करना है.’ श्रेयस अय्यर ने अपनी वापसी के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन दबाव की परिस्थितियों में उनकी परीक्षा नहीं हुई है. ऋषभ पंत की हालांकि निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के लिए आलोचना की जाती रही है.
कोहली ने कहा, ‘ये अगली कुछ शृंखलाएं यह देखने के लिए बहुत रोमांचक होंगी कि कौन दबाव भरे हालात में अच्छा प्रदर्शन करता है. और जब शीर्ष क्रम में मैं या रोहित या फिर लोकेश राहुल या शिखर नहीं चलते तो वे कैसा खेल दिखाते हैं.’ इसी तरह से भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर और मोहम्मद शमी शृंखला में नहीं खेल रहे हैं तो यह श्रृंखला नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर के लिए ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप में चयन के लिए अपना दावा पेश करने का अच्छा मौका मुहैया करायेगी.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि क्योंकि यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में है, आपको कई विकल्पों और बैक अप तैयार रखने की जरूरत होगी.’