मुंबई की ओर से खेलने वाले उत्तर प्रदेश के 17 साल के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल कभीगोलगप्पे बेचा करते थे, लेकिन गुरुवार का दिन उनके लिए बड़ी खुशी लेकर आया. राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के खिलाड़ियों की नीलामी में उनके लिए 2.40 करोड़ रुपये की बोली लगायी.
जनवरी 2020 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए मुंबई के बायें हाथ के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं.
28 दिसंबर को 18 साल के होने वालेयशस्वी जायसवाल बायें हाथ के बल्लेबाज और दायें हाथ के स्पिन गेंदबाज हैं. जब वह उत्तर प्रदेश से मुंबई गये थे, तब उनकी उम्र केवल 11 साल थी और उन दिनों उन्हें टेंट में रहना पड़ता था.
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के भदोही के रहनेवाले इस किशोर के लिए क्रिकेटर बनने की राह आसान नहीं रही. चाचा के घर पर रहना, डेयरी दुकान में अपनी रातें गुजारना, दो वक्त के खाने के लिए फूड वेंडर के यहां गोलगप्पे बेचना, यशस्वी ने सब कुछ झेला.
इन सबके बीच यशस्वी पर क्रिकेट का धुन सवार था. इसीलिए तमाम दुश्वारियों के बीच वह क्रिकेट भी खेलते रहे. उत्तर प्रदेश के रहनेवाले ज्वाला सिंह से मुलाकात के बाद यशस्वी की किस्मत पलटी. यूपी के होने के नाते ज्वाला सिंह ने यशस्वी का दर्द समझा. उन्होंने उनको गाइड किया. इसके बाद स्थानीय क्रिकेट में यशस्वी के बल्ले की धमक सुनाई पड़ी और उनकी गाड़ी चल पड़ी.
मालूम हो कि मुंबई के तेज बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक जमा चुके हैं. इसके साथ ही उन्होंने कई कीर्तिमान भी अपने नाम किये हैं. यशस्वी ने बेंगलुरु में झारखंड के खिलाफ जारी विजय हजारे ट्रॉफी के ग्रुप-ए के मैच में 154 गेंदों में 203 रनों की दमदार पारी खेली थी.
यशस्वी जायसवाल लिस्ट-ए वन डे मुकाबले में डबल सेंचुरी बनाने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर हैं. उन्होंने 17 साल 292 दिनों की उम्र में दोहरा शतक जड़ा. इससे पहले यह रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के एलेन बैरो के नाम था, जिन्होंने 1975 में 20 साल 273 दिनों की उम्र में लिस्ट-ए में दोहरा शतक (202 नाबाद) जड़ा था.
यशस्वी जायसवाल ने अपनी इस पारी में 154 गेंदों की पारी में 17 चौके और 12 छक्के (टूर्नामेंट गेम में सर्वाधिक) जड़े. इस तरह उन्होंने 140 रन चौके-छक्के की मदद से ही बटोर लिये. उन्होंने सत्र में तीन शतक की मदद से 564 रन बनाये जहां उनका औसत 112.80 का था.