बर्मिंघम : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप मैच में 300 रन से अधिक का लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रहने के बाद कहा कि उनके बल्लेबाज परिस्थिति के अनुसार बल्लेबाजी नहीं कर पाये जबकि विपक्षी टीम के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की.
इंग्लैंड ने रविवार को बड़े स्कोर वाले मैच में भारत को 31 रन से हराकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदें कायम रखी. भारत के सामने 338 रन का लक्ष्य था, लेकिन वह पांच विकेट पर 306 रन ही बना पाया. कोहली ने कहा कि पिच सपाट थी और उनके बल्लेबाज तेजी से रन नहीं बना पाये.
कोहली ने टूर्नामेंट में भारत की पहली हार के बाद कहा, हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की क्योंकि विकेट सपाट था. हमें तेजी से रन बनाकर उनके करीब पहुंचना चाहिए था, लेकिन उन्होंने (इंग्लैंड) वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की. उन्होंने कहा, अगर हमने अच्छी बल्लेबाजी की होती, अगर गलत समय विकेट नहीं गिरते तो परिणाम भिन्न होता.
हमारे पास अच्छा मौका था. जब वे (ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या) क्रीज पर थे तो उन्होंने कुछ अच्छे शाट लगाये जिससे उनके (इंग्लैंड) ड्रेसिंग रूम में चिंता बढ़ गयी थी. हमने विकेट गंवाने जारी रखे और ऐसे में बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए मदद नहीं मिलती. कोहली ने कहा कि महेंद्र सिंह धौनी ने आखिर में तेजी से रन बनाने के काफी प्रयास किये.
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि धौनी ने बाउंड्री लगाने के लिये काफी कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इंग्लैंड ने सही क्षेत्र में गेंदबाजी की और गेंद रुककर आ रही थी. इसलिए आखिरी क्षणों में रन बनाना मुश्किल हो गया था. हमें अगले मैच से पहले चीजों में सुधार करने पर ध्यान देना होगा.
भारत के पास सेमीफाइनल में जगह बनाने का अच्छा मौका है. उसके सात मैचों में 11 अंक हैं. कोहली ने कहा, प्रत्येक टीम ने एक या दो मैच गंवाये हैं. हम अब भी अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं और ड्रेसिंग रूम का माहौल पहले जैसा ही है. हमें पेशेवर क्रिकेटरों की तरह इससे सबक लेकर आगे बढ़ना होगा. आपको यह स्वीकार करना होगा कि उस दिन विरोधी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था.
कोहली ने कलाईयों के स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का भी बचाव किया जो इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर प्रभाव नहीं छोड़ पाये. चहल ने दस ओवर में 88 और कुलदीप ने 72 रन दिये और एक विकेट लिया. उन्होंने कहा, पहली बार हमें इसका अनुभव हुआ.
अगर बल्लेबाज 59 मीटर की बाउंड्री पर रिवर्स स्वीप या स्वीप लगाने में सफल रहता है तो स्पिनर कुछ नहीं कर सकता. उन्हें अपनी लाइन पर अधिक ध्यान देना चाहिए था क्योंकि एक तरफ छोटी बाउंड्री होने के कारण रन रोकना आसान नहीं था.
इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने इसके टीम के लिये बेजोड़ दिन करार दिया. मोर्गन ने कहा, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करना आसान था और आखिर में यह कारगर रहा. जैसन राय ने अच्छी वापसी की और जॉनी बेयरस्टॉ ने शतक जड़ा जो शानदार रहा. हमने लगातार अच्छी साझेदारियां निभायी जिससे बड़ा स्कोर बनाने में सफल रहे.