नाटिंघम : अपने खराब फार्म के कारण पिछले दिनों गेंदबाज ईशांत शर्मा को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. लेकिन नाटिंघम टेस्ट के दौरान अच्छा प्रदर्शन करके उन्होंने अपने आलोचको को मुंह बंद कर दिया है. अपने शानदार प्रदर्शन से ईशांत को भी ल्रगता है कि उन्होंने अपना लय वापस पा लिया है. ईशांत ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘दोनों अभ्यास मैचों में मैं लय हासिल नहीं कर पाया था. जब आप लंबे समय तक क्रिकेट नहीं खेलते हो तो ऐसा होता है. मैंने इससे पहले और यहां तक कि आईपीएल में भी अधिक क्रिकेट नहीं खेली थी. मैंने बहुत कम मैच खेले थे.
’’उन्होंने कहा, ‘‘मैंने नेट्स पर काफी गेंदबाजी की लेकिन मैदान पर गेंदबाजी करना भिन्न होता है. अब मैं काफी बेहतर महसूस कर रहा हूं और मुझे महसूस होता कि मैं लय से गेंदबाजी कर रहा हूं. इसलिए मुझे लगता है कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं. ’’ इशांत ने शीर्ष क्रम को झकझोरा लेकिन उन्होंने युवा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की जमकर तारीफ की जिन्होंने निचले मध्यक्रम पर कहर बरपाया. उन्होंने कहा, ‘‘भुवी बेहतरीन गेंदबाज है. वह परिस्थितियों का बहुत अच्छा उपयोग करता है और अपनी सीमाओं में रहकर गेंदबाजी करता है. वह जानता है कि वह नई गेंद का अच्छा इस्तेमाल कर सकता है और उसने ऐसा किया. वह चालाक गेंदबाज है. साथ में गेंदबाजी करते हुए हम काफी बातें करते हैं इसलिए मुझे उसके साथ गेंदबाजी करने में मजा आता है.’’ इशांत से पूछा गया कि टीम में सीनियर गेंदबाज होने के कारण वह भुवनेश्वर या अन्य को सलाह देते हैं, उन्होंने कहा, ‘‘मैं आक्रमण का अगुआ नहीं हूं. मैं ऐसी चीजों के बारे में नहीं सोचता. हम सभी गेंदबाज लगभग समान उम्र के हैं.
कुछ अवसरों पर मैं पिछले मैचों के अनुभव बांटता हूं क्योंकि मैंने अधिक मैच खेले हैं लेकिन आक्रमण का अगुआ जैसी कोई बात नहीं है. ’’ पिच को लेकर काफी चर्चा चल रही है क्योंकि यह इंग्लैंड के आम विकेट की तरह नहीं है. इशांत ने इस बारे में कहा, ‘‘हम पिच पर नियंत्रण नहीं कर सकते. भारत इंग्लैंड का दौरा कर रहा है और हमें जैसी भी पिच मुहैया करायी जाएगी हम उस पर 20 विकेट लेने की कोशिश करेंगे. इस पिच को लेकर अच्छी बात यह है कि हम जानते हैं कि इस तरह की पिचों पर कैसी गेंदबाजी करनी है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने काफी मैच खेले हैं और जानता हूं कि किस तरह के विकेट पर किस लंबाई की गेंद करनी है और कैसे गेंदबाजी करनी है. गेंद कब स्विंग होगी और कब नहीं और कब आपको रिवर्स स्विंग मिलेगी. इस दौरे पर मुझे अपने अनुभव पर काफी भरोसा है. ’’