नयी दिल्ली : खिलाड़ियों के चयन को लेकर पिछले कुछ वर्षों से लगातार विवादों में रहे दिल्ली (डीडीसीए) की जूनियर क्रिकेट प्रणाली एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि अंडर-19 क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए खेलने वाले खिलाड़ी को वीनू माकंड ट्रॉफी के लिए चुनी गयी राज्य की अंडर-19 टीम में जगह नहीं मिली.
तेज गेंदबाज आयुष सिंह हाल ही में लखनऊ में हुए चतुष्कोणीय शृंखला में भारत ‘बी’ अंडर-19 टीम का हिस्सा थे. इस टूर्नामेंट में भारत की ‘ए’ और ‘बी’ टीमों के अलावा नेपाल और अफगानिस्तान की टीमों ने भाग लिया था. बीसीसीआई के महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम के मुताबिक, भारत अंडर-19 ‘बी’ टीम में ऐसे खिलाड़ियों को चुना गया था जिनकी उम्र 16 से 17 वर्ष की है और वे 2020 में आईसीसी अंडर-19 विश्वकप खेलने के पात्र होंगे.
शुक्रवार को हालांकि जब दिल्ली की जूनियर चयन समिति ने वीनू माकंड ट्रॉफी (राष्ट्रीय अंडर-19 वनडे टूर्नामेंट) के लिए टीम का चयन किया, तो कप्तान मयंक रावत के नेतृत्व में चुनी गयी 15 सदस्यीय टीम में आयुष का नाम नहीं था. यहां तक कि 13 सदस्यीय स्टैंडबाय सूची में भी आयुष को जगह नहीं मिली. जूनियर चयन समिति से जुड़े एक सूत्र से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने हैरान करने वाला जवाब दिया, हां, चयनकर्ताओं ने आयुष को नहीं चुना है क्योंकि तीनों चयनकर्ताओं सिद्धार्थ वर्मा, मयंक तेहलान और चेतन शर्मा (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर नहीं) में से किसी ने भी उसकी गेंदबाजी को नहीं देखा है.
हां, वह भारत बी टीम का हिस्सा रहा है लेकिन दिल्ली के चयनकर्ताओं ने उन्हें नहीं देखा है. जब उनसे स्टैंडबाई सूची में भी जगह नहीं मिलने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि उसने राष्ट्रीय अंडर-16 (एकदिवसीय) क्रिकेट में दिल्ली के लिए चार मैचों में छह विकेट लिये है. अब जूनियर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने उसमें क्या देखा, ये वे ही वे जानते हैं.
भारत बी अंडर-19 टीम में आयुष को जिस चयनकर्ता समिति ने चुना था उसमें भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके देबाशीष मोहंती, आशीष कपूर और ज्ञानेंद्र पांडे के अलावा घरेलू दिग्गज राकेश पारीख और अमित शर्मा शामिल थे.