मालाहाइड (डबलिन) : भारत की सीमित ओवर की टीम के गेंदबाजी विभाग के अहम अंग लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का कहना है कि उन्होंने दो विविध गुगुली इजाद की हैं जिससे उन्हें लंबे समय में काफी फायदा मिलेगा.
चहल ने कहा , मेरे पास दो तरह की गुगली , एक सिर के करीब से जाती है और दूसरी में बाजू थोड़ी दूर से जाती है. इसलिये मैं इसका मिलाजुला कर इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं. बल्लेबाजों को अपने सिर की पो जीशन देखनी पड़ती है इसलिये मेरे लिये यह फायदेमंद होता है.
चहल ने कहा कि लेग स्पिनर के पास बायें हाथ के स्पिनर की तुलना में ज्यादा विविधता होती है. उन्होंने कहा , उदाहरण के तौर पर , बायें हाथ के स्पिनर के पास केवल दो तरह की वैरिएशन होती है लेकिन लेग स्पिनर के पास कम से कम चार तरह की वैरिएशन होती है इसलिये बल्लेबाज हमेशा यह सोचता रहता है कि उसे अगली बार किस तरह की गेंद का सामना करना होगा.
ऐसा नहीं है कि कलाई के स्पिनर स्वत : ही भारत को मैचों में जीत दिला देंगे बल्कि हरियाणा के इस गेंदबाज को लगता है कि इंग्लैंड में मौजूदा हालात से उनकी गेंदबाजी को मदद ही मिलेगी. उन्होंने कहा , हाल में कलाई के स्पिनरों को अच्छी सफलता मिल रही है लेकिन ऐसा नहीं है कि आप कलाई के स्पिन से आप जीत दर्ज नहीं कर सकते. लेकिन मुझे लगता है कि यहां (आयरलैंड और इंग्लैंड) के हालात से स्पिनरों को मदद ही मिलेगी.
इंग्लैंड के स्पिनरों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में विकेट झटके थे जो हमारे लिये प्रेरणादायी होगा. इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया , हमारे खिलाफ नहीं. इंग्लैंड दौरे के बारे में उन्होंने कहा , हमारे लिये हर दौरा अहम है लेकिन मेरे लिये यह काफी विशेषज्ञ है क्योंकि यहां (आयरलैंड और इंग्लैंड) मैं पहली बार आया हूं.
मंगलवार को मैंने लंदन में नेट पर गेंदबाजी की और मौसम गर्म था , बिलकुल ऐसा ही था जैसा उप महाद्वीप में होता है. चहल ने कहा , मैं आशा करता हूं कि मौसम ऐसा ही रहे और मैं ऐसे ही गर्म दिनों की उम्मीद लगाये हूं. मुझे पहले टी 20 या फिर किसी में भी खेलने का मौका मिलता है , मैं उसका लुत्फ उठाऊंगा.