नयी दिल्ली : आईसीसी महिला विश्वकप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को फाइनल में पहुंचाने वाली कप्तान मिताली राज के हाथ से एक बड़ा मौका निकल गया. वो भी बीसीसीआइ की वजह से.
इंग्लैंड के हाथों हार के बाद भी भले ही मिताली सेना को देशवासियों ने अपने सिर पर बैठाया, लेकिन बीसीसीआइ की बड़ी चूक की वजह से मिताली राज राजीव गांधी खेल रत्न से वंचित हो गयीं. जबकि विश्वकप में शानदार पारी खेलकर वो इस अवॉर्ड की दावेदार हो गयीं थीं.
दरअसल बीसीसीआइ को राजीव गांधी खेल रत्न के लिए एक सूची भेजनी होती है. इसके लिए बीसीसीआइ पूरे क्रिकेट सीजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों की सूची भेजता है. लेकिन बीसीसीआइ समय से मिताली राज के नाम की सिफारिश इस अवॉर्ड के लिए नहीं कर पाया.
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हालांकि अब भी मौका हाथ से नहीं निकला है. अगर खेल मंत्रालय इस मामले पर हस्तक्षेप करे तो अब भी मिताली को खेल रत्न का पुरस्कार मिल सकता है. लेकिन इसके लिए खेल मंत्रालय और खेल मंत्री विजय गोयल को आगे आना पड़ेगा. गौरतलब हो कि महिला विश्वकप में मिताली राज की अगुवाई में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन किया, हालांकि फाइनल में इंग्लैंड के हाथों 9 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा.