Sawan 2025: सावन का पवित्र महीना आरंभ हो चुका है, जिसे भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस माह में भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यही कारण है कि भक्त सावन भर व्रत रखते हैं, शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं और मंत्र जाप करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन का यह पुण्यकाल केवल इच्छाएं पूर्ण कराने तक सीमित नहीं है? यह समय पितृ दोष से मुक्ति के लिए भी बेहद प्रभावशाली होता है। पितृ दोष पूर्वजों के अधूरे कर्मों से जुड़ा ऐसा ऋण होता है, जिसके कारण व्यक्ति को जीवन में बार-बार बाधाओं, आर्थिक संकट और संतान संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सावन में कुछ आसान उपाय अपनाकर इस दोष से मुक्ति पाई जा सकती है.
सावन में पितृ दोष से मुक्ति के सरल उपाय:
‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप
प्रतिदिन सुबह और शाम 108 बार ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करें। यह मंत्र न केवल आपके जीवन के कर्मिक अवरोध दूर करता है, बल्कि पितरों की आत्मा को भी शांति प्रदान करता है। रुद्राक्ष की माला से जप करना और भी अधिक फलदायक माना गया है.
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शिवलिंग पर जल अर्पण करें
सावन के प्रत्येक दिन प्रातःकाल शुद्ध जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। इस दौरान ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का उच्चारण करें या एकाग्र मन से भोलेनाथ का ध्यान करें। इससे भगवान शिव, मां गंगा और पितरों की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
मां गंगा के 108 नामों का जाप
प्रत्येक मंत्र को दो बार दोहराएं। ये मंत्र पूर्वजों की आत्मा को शांति देते हैं और जन्मकुंडली में स्थित पितृ दोष को शांत करने में सहायक होते हैं.
सावन केवल शिव आराधना का समय नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि और पूर्वजों के आशीर्वाद से जीवन संवारने का एक विशेष अवसर भी है। यदि जीवन में बार-बार कोई समस्या आ रही हो, तो इन उपायों को जरूर अपनाएं। शिव कृपा और पितृ शक्ति से निश्चित ही आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा.
रोजाना सुबह या शाम को इन मंत्रों का जाप करें:
- ॐ पित्रभ्यः नमः
- ॐ पितृदेवताभ्यः नमः
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