Operation Sindoor:6 मई 2025 की रात भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” का संचालन किया. यह सैन्य अभियान केवल रणनीति और साहस का प्रतीक नहीं था, बल्कि उस समय आकाश में उपस्थित पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र के संयोग ने इसे धार्मिक, ज्योतिषीय और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी विशेष बना दिया.
शक्ति, समर्पण और रक्षा का भी प्रतीक है सिंदूर
‘सिंदूर’ हिन्दू संस्कृति में केवल सौंदर्य का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह शक्ति, समर्पण और रक्षा का भी प्रतीक है. जब राष्ट्र इस नाम के साथ आगे बढ़ा, तो यह स्पष्ट संकेत था कि यह केवल एक प्रतिकारी हमला नहीं, बल्कि अधर्म के खिलाफ धर्म का संकल्प है. उस रात जब भारतीय सेना ने आतंकवाद के ठिकानों पर सटीक हमले किए, उसी समय आकाश में पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र प्रभावी था—जो देवी शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है. मां दुर्गा, जिन्हें राक्षसों का संहारक माना जाता है, उनकी कृपा और प्रेरणा इस अभियान की आत्मा बन गई. यह संयोग केवल एक संयोग नहीं था, बल्कि एक आध्यात्मिक संकेत था कि जब अधर्म बढ़ता है, तब ईश्वरीय शक्ति राष्ट्र के रक्षक के रूप में प्रकट होती है.
जब नक्षत्रों ने दिया साथ: ऑपरेशन सिंदूर बना धर्मयुद्ध का प्रतीक
इस अभियान में भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक बुद्धिमत्ता के साथ-साथ आस्था और संस्कृति की गहराई भी प्रकट होती है. जब राष्ट्रधर्म जागृत होता है, तब हर हथियार एक यज्ञ का आह्वान बन जाता है, और हर सैनिक देवदूत के समान लड़ाई करता है. ऑपरेशन सिंदूर ने यह प्रमाणित किया कि भारत केवल सीमाओं की सुरक्षा नहीं करता, बल्कि अपनी आत्मा, संस्कृति और धर्म की रक्षा भी पूरी निष्ठा से करता है. यह केवल एक सैन्य सफलता नहीं थी, बल्कि शक्ति और श्रद्धा का एक संगम था, जिसे भविष्य की पीढ़ियाँ एक आध्यात्मिक प्रतिशोध की कहानी के रूप में स्मरण करेंगी.