Navratri 2025: आज (21 सितंबर 2025) साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. सूर्य ग्रहण का प्रारंभ रात 10 बजकर 58 मिनट पर होगा, वहीं इसका समापन 22 सितंबर की सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर होगा. इसी दिन से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है. इस दौरान घर में शुद्धता बरतना बेहद जरूरी होता है. सच्चे मन से सभी नियमों का पालन कर नौ दिनों तक पूजा-पाठ करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं. लेकिन चूंकि यह सूर्य ग्रहण खत्म होने के कुछ घंटों बाद ही शुरू हो रहा है, तो लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस ग्रहण का नवरात्रि के पावन व्रत पर कोई प्रभाव पड़ेगा. चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं.
क्या सूर्य ग्रहण का नवरात्रि के त्योहार पर असर पड़ेगा?
हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को अशुभ माना गया है. माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है, जिससे घर पर रखी चीजें अशुद्ध हो जाती हैं. यही कारण है कि सलाह दी जाती है कि ग्रहण के बाद जल्द से जल्द घर की सफाई और स्नान करें. लेकिन इस बार भारत में चूंकि सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका प्रभाव न ही देश पर पड़ेगा और न ही पूजा पर. इसके साथ ही इस बार सूर्य ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. इसलिए विधिवत शुभ मुहूर्त के अनुसार आप नवरात्रि व्रत कर सकते हैं.
नवरात्रि की तिथि
- प्रतिपदा तिथि की शुरुआत: 22 सितंबर, रात 1:23 बजे
- प्रतिपदा तिथि का समापन: 23 सितंबर, रात 2:55 बजे
पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का मुख्य मुहूर्त सुबह 6:09 से 8:06 बजे तक रहेगा. यदि इस समय में घटस्थापना न कर पाएं, तो अभिजीत मुहूर्त में भी स्थापना कर सकते हैं. अभिजीत मुहूर्त का समय सुबह 11:49 बजे से दोपहर 12:38 बजे तक रहेगा.

