Chandra Grahan (Lunar Eclipse) November 2021 Date and Time in India: साल का आखिरी चंद्रग्रहण आज यानी शुक्रवार 19 नवंबर को है, इसकी शुरुआत सुबह 11:34 बजे से हुआ. इसकी समाप्ति शाम 05:33 पर हुई. इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 में पड़ा था.
चंद्र ग्रहण का प्रभाव मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है. इसलिए आने वाले 10 दिनों तक कोई भी बड़ा फैसला न लें. अगर मजबूरी में आपको किसी कारण फैसला लेना भी पड़े, तो किसी अनुवभी या खुद से बड़े इंसान से परामर्श करने के बाद ही सोच-विचार के बाद ही फैसला लें.
इतना लंबा चंद्र ग्रहण होने के पीछे खगोलविदों का मानना है कि धरती से चंद्रमा की दूरी ज्यादा होने के कारण आज (19 नवंबर) लगने वाले चंद्र ग्रहण की अवधि ज्यादा रहेगी. धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी कम रहती है तो चंद्र ग्रहण की अवधि भी कम होती. आज लगे चंद्र ग्रहण की अवधि 6 घंटे 2 मिनट की है.
-साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को लगा है.
-यह आंशिक चंद्र ग्रहण है लेकिन भारत में उपच्छाया चंद्र ग्रहण के रूप में दिखा जाएगा.
-ग्रहण वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में लगा है.
-ग्रहण भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर के कुछ क्षेत्रों में देखा जा सकता है.
-उपछाया चंद्र ग्रहण के कारण भारत में चंद्र ग्रहण का सूतक मान्य नहीं है.
साल 2021 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण आज यानी 19 नवंबर को शुरू हो चुका है. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को यह चंद्रग्रहण लगा है. ये आंशिक चंद्रग्रहण है. ये भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए दिखाई देगा. इसके अलावा यह अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में दिखाई पड़ेगा.
19 नवंबर का चंद्र ग्रहण बेहद खास है, क्योंकि ऐसा चंद्र ग्रहण 580 साल के बाद लगने वाला है. आपको बता दें कि यह चंद्र ग्रहण पिछले 580 साल का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब साढ़े तीन घंटे की रहने वाली है. भारत में यह चंद्र ग्रहण दोपहर को 12:48 बजे से 04:17 मिनट तक होगा.
साल 2021 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण आज यानी 19 नवंबर को लगेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को चंद्रग्रहण लगेगा. ये आंशिक चंद्रग्रहण लगेगा. ये भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए दिखाई देगा. इसके अलावा यह अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में दिखाई पड़ेगा.
Chandra Grahan 2021 Horoscope Impact: ज्योतिषशास्त्र में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है.आज साल का आखिरी चंद्रग्रहण वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लग रहा है. ऐसे में इस ग्रहण का सभी राशियों के जातकों पर कुछ न कुछ प्रभाव देखने को मिलेगा. वृषभ राशि के जातकों पर इस चंद्र ग्रहण का ज्यादा प्रभाव पड़ेगा. इसके अलावा कुछ अन्य राशियां भी जिन पर चंद्रग्रहण का प्रभाव देखने को मिलेगा. सिंह, तुला और कुंभ राशियों के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
साल 2021 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण आज यानी 19 नवंबर को लगेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को चंद्रग्रहण लगेगा. ये आंशिक चंद्रग्रहण लगेगा. ये भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए दिखाई देगा. इसके अलावा यह अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में दिखाई पड़ेगा.
उपछाया चंद्र ग्रहण जिसे पेनुमब्रल भी कहते हैं। इस अवस्था में सूर्य और चंद्र के बीच पृथ्वी उस समय आती है, जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में नहीं होते हैं. इस स्थिति में पृथ्वी की बाहरी हिस्से की छाया यानी उपच्छाया ही चंद्रमा पर पड़ती है. जिससे चन्द्रमा की सतह धुंधली पड़ जाती है, इसी को उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है. इस स्थिति में चंद्रमा का न तो रंग बदलता है और न ही आकार.
विज्ञानियों के मुताबिक, 19 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण अमेरिका के अलावा, आस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और उत्तरी यूरोप में दिखाई देगा. दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखाई देगा. कहा जा रहा है कि पूर्वोत्तर के राज्यों असम और अरुणाचल प्रदेश में कुछ पल के लिए चंद्र ग्रहण दिखाई देगा, लेकिन यह आंशिक ही होगा.
आपको बता दें कि 19 नवंबर का चंद्र ग्रहण बेहद खास है, क्योंकि ऐसा चंद्र ग्रहण 580 साल के बाद लगने वाला है. आपको बता दें कि यह चंद्र ग्रहण पिछले 580 साल का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब साढ़े तीन घंटे की रहने वाली है. भारत में यह चंद्र ग्रहण दोपहर को 12:48 बजे से 04:17 मिनट तक होगा.
चंद्रग्रहण भारत में अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सीमांत क्षेत्रों में, पश्चिमी यूरोप, पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, रूस, चीन और अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा. यह साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है.
ग्रहण के समय खाना-पीना, सोना, नाखून काटना और भोजन पकाना आदि कार्य करना अशुभ माना जाता है. चंद्र ग्रहण के दिन सूतक काल खत्म हो जाने के बाद पहने हुए कपड़ों सहित गंगा स्नान कर भोजन करना चाहिए. ग्रहण के समय अचार, मुरब्बा, दूध, दही और अन्य खाद पदार्थों में तुलसी पत्र डाल देने से वह खराब नहीं होते हैं.
इस दिन गर्भवती महिलाओं को खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए उन्हें इस दौरान कुछ खाना पीना नहीं चाहिए. साथ ही सब्जी आदि भी नहीं काटनी चाहिए. इस दिन बच्चे और बुजुर्गों को बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण के दौरान काफी नकारात्मक ऊर्जा रहती है। इसलिए जितना हो सके इसे देखने से बचें.
2021 का अंतिम चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा. इसलिए इस राशि और नक्षत्र में जन्में लोगों पर ग्रहण खासा प्रभाव डाल सकता है. ज्योतिषीय गणना कहती है कि इस ग्रहण का शुभ प्रभाव मिथुन, वृश्चिक, मकर और कन्या राशि के जातकों पर होगा. इससे इनको आर्थिक लाभ होगा, अच्छे संपर्क बनेंगे. नकारात्मक विचारों से मुक्ति पाकर शुभ समय शुरू होगा.
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