Kamada Ekadashi 2025, Vishnu Ji Ki Aarti: कुछ पुराणों के अनुसार, कामदा एकादशी का व्रत करने से उत्तम संतान की प्राप्ति होती है. धार्मिक दृष्टिकोण से, एकादशी का व्रत भगवान विष्णु और एकादशी माता की आरती के बिना अधूरा माना जाता है. इसलिए, कामदा एकादशी का व्रत करते समय श्रीहरि विष्णु की आरती का पाठ अवश्य करना चाहिए. आइए, हम एकादशी की इस आरती को पढ़ते हैं.
विष्णु जी की आरती (Vishnu Ji Ki Aarti)
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥
धार्मिक लाभ के लिए कामदा एकादशी 2025 की यह कथा जानना है जरूरी
जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय…॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिनु और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय…॥
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय…॥
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय…॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय…॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय…॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय…॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय…॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय…॥