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कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफे के बाद जागा जिला प्रशासन, रांची में बन रहा 280 बेड का कोविड केयर हॉस्पिटल

राजधानी में कोरोना संक्रमिताें की लगातार संख्या बढ़ने के बाद जिला प्रशासन और रांची सिविल सर्जन कार्यालय की नींद खुली है. गुरुवार को सिविल सर्जन व उनकी टीम द्वारा राजधानी के खाली पड़े जगहों को चिन्हित किया गया.

रांची : राजधानी में कोरोना संक्रमिताें की लगातार संख्या बढ़ने के बाद जिला प्रशासन और रांची सिविल सर्जन कार्यालय की नींद खुली है. गुरुवार को सिविल सर्जन व उनकी टीम द्वारा राजधानी के खाली पड़े जगहों को चिन्हित किया गया. अब प्रशासन द्वारा सर्ड में 100 बेड, मेगा स्किल सेंटर में 100 बेड और टाना भगत अतिथि गृह में 70 से 80 बेड लगाने की योजना बनायी गयी है.

इसे कोविड केयर हॉस्पिटल (सीसीएच) के रूप में तब्दील किया जायेगा. इन जगहों पर एसिम्टोमैटिक कोरोना संक्रमितों को रखा जायेगा. इसके अलावा प्रशासन अन्य खाली जगह को भी खोज कर चिन्हित करेगा, ताकि जरूरत के हिसाब से उस जगह को कोविड अस्पताल में तब्दील किया जा सके.

सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद ने बताया कि कोराेना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद यह तैयारी की गयी है. एसिम्टोमैटिक वालों को यहां रखा जायेगा, वहीं लक्षणवाले मरीजों को रिम्स व पारस अस्पताल में भर्ती किया जायेगा. सर्ड में वर्तमान में 100 बेड की व्यवस्था की गयी है, जिसको आवश्यकता के हिसाब से बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि संक्रमण की पुष्टि होने के बाद लोग सहयोग करें.

एसिम्टोमैटिक वालों का ब्लॉक स्तर पर करें इलाज : रांची के सभी ब्लॉक स्तर के अस्पतालों को एसिम्टोमैटिक (बिना लक्षणवाले) संक्रमितों को वहीं पर इलाज करने काे कहा गया है. सिविल सर्जन ने चिकित्सा पदाधिकारियाें से कहा है कि ऐसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाये. इलाज के दौरान जब संक्रमित में लक्षण आ जाये या लगे कि स्थिति गंभीर हो सकती है, तभी उसे रांची भेजें. सिल्ली में इसी निर्देश पर एसिम्टोमैटिक को भर्ती किया गया है.

रिम्स के काेविड अस्पताल में 100 बेड, भर्ती संक्रमित हुए 102 : कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या ने रिम्स के कोविड-19 अस्पताल के सामने भी विकट स्थिति पैदा कर दी है. 100 संक्रमितों को रखने की क्षमता वाले कोविड अस्पताल में अब जगह नहीं बची है. गंभीर संक्रमितों को एक्सट्रा बेड लगा कर भर्ती करना पड़ रहा है. गुरुवार को अस्पताल में भर्ती हुए लोगों का आंकड़ा 102 पहुंच गया. स्थिति यह हो गयी है कि रिम्स के पांच विभाग में भर्ती सामान्य मरीज के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर उन्हें तत्काल नहीं शिफ्ट किया जा रहा है.

जिस वार्ड में भर्ती मरीज पॉजिटिव मिल रहे हैं, उसे उसी वार्ड के एक कोने में अलग से रखा जा रहा है. वहीं, कोविड अस्पताल में बेड खाली होने का इंतजार किया जाता है. गुुरुवार को रिम्स प्रबंधन व टास्क फोर्स की बैठक हुई. इसमें बेड खत्म होने व संक्रमितों को भर्ती में परेशानी पर विचार किया गया. टास्क फोर्स द्वारा बताया गया कि एसिम्टोमैटिक मरीज को अब किसी भी हाल में भर्ती नहीं किया जायेगा.

ड्यूटी डॉक्टरों के लिए भी बेड नहीं बचा : रिम्स के कोविड वार्ड में कोरोना संक्रमितों के इलाज व देखभाल में लगे डॉक्टर व नर्सों के लिए भी बेड नहीं है. सूत्रों ने बताया कि जब इलाज करनेवाले व देखभाल करनेवालों काे सहूलियत नहीं मिलेगी, तो वह खुद बीमार पड़ जायेंगे. ऐसे में परेशानी और बढ़ सकती है.

कोविड अस्पताल में एक्सट्रा बेड लगाना पड़ रहा है. 100 की क्षमता है, पर 102 संक्रमित भर्ती हैं. आइसोलेशन में भी बेड खत्म हो गया है. वार्ड में मिल रहे पॉजिटिव मरीज को भी भर्ती नहीं कर पा रहे हैं.उन्हें सामान्य मरीजों से अलग करके रखा जा रहा है. बेड की उपलब्धता होने पर ही पॉजिटिव मरीज को शिफ्ट किया जा रहा है.

डॉ प्रभात कुमार, चेयरमैन, टास्क फोर्स

अर्बन अस्पताल में बढ़ाया गया 40 बेड : डोरंडा अर्बन अस्पताल में 40 बेड और बढ़ाया गया है. इससे क्षमता बढ़ कर 90 बेड हो गयी है. यहां एसिम्टोमैटिक संक्रमितों को भर्ती किया जा रहा है. गुरुवार को अर्बन अस्पताल के दूसरे तल्ले में अतिरिक्त 40 बेड लगाये गये. इधर, अर्बन अस्पताल में भर्ती संक्रमितों का कहना है कि यहां व्यवस्था ठीक नहीं है. सफाई नहीं की जा रही है. जगह-जगह पानी व कचरा जमा है. ऐसे मेें अन्य संक्रामक बीमारी की संभावना बढ़ गयी है. इस बारे में सिविल सर्जन का कहना है कि संक्रमितों के लिए व्यवस्था की जा रही है.

रांची स्टेशन पर लगेंगे ट्रेनों की बोगी में बनाये गये आइसोलेशन वार्ड : रांची रेल डिवीजन द्वारा ट्रेनों के डिब्बों में बनाये गये आइसोलेशन वार्ड को रांची स्टेशन पर रखा जायेगा. इन डिब्बों में एसिम्टोमैटिक (बिना लक्षणवाले कोरोना संक्रमित) मरीज को रखा जायेगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन डिब्बों में चिकित्सक, नर्स की व्यवस्था की जायेगी. वर्तमान में हटिया यार्ड में खड़ी 60 बोगियों में 480 आइसोलेटेड बेड बन कर तैयार हैं. गुरुवार को अपर निदेशक स्वास्थ्य निदेशालय डॉ भागवत मरांडी ने ये बातें कही.

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हटिया स्टेशन के यार्ड में लगे ट्रेन के डिब्बों में बने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया. दूसरी ओर, अपर निदेशक स्वास्थ्य निदेशालय ने डीआरएम नीरज अंबष्ठ व रेलवे के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक भी की. उन्होंने रेलवे को दोबारा सभी डिब्बों को सैनिटाइज करने को कहा. बैठक में ट्रेन के प्रत्येक डिब्बे में ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की बात रेलवे द्वारा कही गयी.

Post by : Pritish sahay

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