पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए राज्य के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में ‘लिपोसोमल एंफोटेरिसीन- बी’ इंजेक्शन के छह हजार वायल भेजे गये हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के लगभग दो दर्जन मामले मिले हैं. ऐसे मरीज आइजीआइएमएस और एम्स के अलावा निजी संस्थानों में इलाज करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को ‘लिपोसोमल एंफोटेरिसीन- बी’ इंजेक्शन के 14 हजार वायल उपलब्ध कराये गये थे.
उसी स्टाॅक से तत्काल छह हजार वायल इंजेक्शन विभिन्न अस्पतालों को उपलब्ध कराये गये हैं. उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए यह इंजेक्शन आरएमआरआइ, पटना स्टोर में रहेगा, जहां गठित कमेटी के आदेश के बाद मरीजों की समुचित पहचान पर संबंधित अस्पताल द्वारा अधिकृत व्यक्ति को मुफ्त में दिया जायेगा.
निजी अस्पतालों को इसके आवेदन सहायक औषधि नियंत्रक, पटना ग्रामीण की इ-मेल आइडी [email protected] पर भेजना होगा. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं.
विभिन्न जिलों और अस्पतालों में 37 हजार 430 वायल रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराये गये है. साथ ही राज्य मुख्यालय में 50 हजार 321 वायल रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध हैं, जिसे बाद में आवश्यकतानुसार विभिन्न जिलों के अस्पतालों में भेजा जायेगा.
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पटना एम्स 2000
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आइजीआइएमएस 300
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पीएमसीएच 300
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एनएमसीएच 300
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जेएलएनएमसीएच 300
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एसकेएमसीएच 200
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डीएमसीएच 200
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जेएनकेटीएमसीएच 200
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एएनएमसीएच 200
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विम्स, पावापुरी 200
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जीएमसीएच, बेतिया 200
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आरएमआरआइ 1600
Posted by Ashish Jha

