
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को नेहरू पथ स्थित दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह के मजार पर हाजिरी दी. जहां उन्होंने बड़े अदब ओ एहतराम के साथ दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह के मजार पर चादरपोशी की तथा अकीदत के फूल पेश किये.

इस अवसर पर इमाम मौलाना अजमतुल्लाह रहमानी ने मुख्यमंत्री को राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए दुआ करायी. मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों के बीच आपसी मेल-जोल. भाईचारा और सद्भाव के रिश्तों को मजबूत किये जाने की भी दुआ की.

दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह के प्रबंधन समिति की तरफ से मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया गया.

उर्स के मौके मजार के साथ ही पूरा परिसर रंगीन और आकर्षक बल्बों से रौशन रहा. मेला में कई तरह के बच्चों के झूले, खिलौने और खाने- पीने की वस्तुओं की दर्जनों दुकानें सजी हैं. साथ ही शीरनी, अगरबत्ती, फूल, चादर और घरेलू जरूरतों की चीजों की दुकानें भी लगी हुई हैं.


इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो जमा खान, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मो इर्शादुल्लाह, बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मो अफजल अब्बास, मजार शरीफ प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मेजर इकबाल हैदर खान, मजार शरीफ प्रबंधन समिति के सचिव मो तहसीन नदीम, डीएम चन्द्रशेखर सिंह सहित बड़ी संख्या में सामाजिक,राजनीतिक कार्यकर्ता एवं अकीदतमंद उपस्थित थे.

पटना हाइकोर्ट स्थित हजरत सैयद गुलाम सफदर पीर मुराद शाह (शाह जलाल शहीद) की मजार का दरवाजा पिछले 600 सालों से बिना किसी मजहबी भेदभाव के अवाम के लिए खुला है. इस मजार शरीफ के प्रति श्रद्धा रखने वालों में हिंदू, मुसलमान, सिख व अन्य धर्मों के लोग शामिल हैं.

इस मजार के बारे में कहा जाता है कि जो इस दर पर पहुंचा वह खाली हाथ नहीं गया. उसकी मुराद जरूर पूरी हुई. मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालु मुराद शाह की मजार पर चादर चढ़ाते हैं.


