संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन सभी न्यूज चैनलों और समाचार पत्रों में देश के नेताओं द्वारा लोकतंत्र की महापंचायत की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवानेवाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिखाया गया. नेताओं ने जिन शहीदों को श्रद्धांजलि दी है, सही मायने में वे उससे भी ज्यादा सम्मान पाने के हकदार हैं.
उन्होंने न सिर्फ देश की महापंचायत की मर्यादा और गरिमा की रक्षा करते हुए आतंकियों के नापाक इरादों को नष्ट करने में अपने प्राणों की आहुति दे दी. जनता की नजर में वे महान हैं. जनता सरकार से यह उम्मीद करती है कि वह देश का बेहतर िवकास करे, तािक सभी को रोजगार और अवसर िमल सके. शायद उन शहीदों के लिए यही एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
– अजय कुमार, बोकारो स्टील सिटी