प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के कार्यालय गये. फेसबुक के सीइओ मार्क जुकरबर्ग के साथ कंपनी के मुख्यालय के टाऊनहॉल में सवाल-जवाब सत्र में शामिल हुए. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कई लोगों के सवालों के जवाब भी दिये. बात-चीत के दौरान माता-पिता का नाम आते ही वे भावुक हो गये. इस दृश्य ने एक बार फिर मां-बेटे के संबंध को मजबूत कर दिया.
एक कुशल राजनीतिज्ञ हमेशा हृदय से नहीं, बल्कि दिमाग से सोचता है. अपनी भावनाओं पर उसका पूर्णत: नियंत्रण रखता है. प्रधानमंत्री कुशल राजनीतिज्ञ हैं. फिर क्या बात है कि मां का नाम आते ही भावुक हो गये. सबसे बड़ी बात यह है कि संघर्ष का दूसरा नाम ही मां है.
– गीता दूबे, जमशेदपुर