पृथ्वी पर नारकीय जीवन जीने का अनुभव पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं को है. दिनदहाड़े घर से बेटियों का अपहरण हो जाता है, अगले दिन कोई मौलवी उन्हें किसी लड़के के साथ निकाह के बाद बनाये गये वीडियो बताकर कहता है कि तुम्हारी बेटी ने इस्लाम कबूल कर लिया है. क्या गुजरती होगी उस परिवार पर, हम सब सोच भी नहीं सकते?
आखिर कोई मानवाधिकार संगठन इस पर आवाज क्यों नहीं उठाता? जिस प्रकार दुनिया में कहीं भी रहने वाले यहूदी के लिए इसरायल की स्पष्ट नीति है, वैसे ही भारत को चाहिए कि विश्व के हर हिंदू की रक्षा व सुरक्षा के लिए दूरदर्शी रणनीति पर काम करे. पाकिस्तान को अपने देश में रहने वाले हिंदुओं पर होते अत्याचार दिखाई नहीं देते. बलूचिस्तान में सेना द्वारा किये जानेवाले अत्याचार पर आंख बंद किये हुए आतंकियों की पनाहगाह बना यह देश एक दिन स्वयं आतंकियों की भेंट चढ़ जायेगा.
मंगलेश सोनी, धार, मध्यप्रदेश