नयी सरकार के गठन के बाद ईराक में आतंकवादियों के द्वारा बंधक बनाये गये भारतीयों का मसला पहली विदेश नीति और कूटनीतिक समस्या के रूप में उभर कर आया. लेकिन केंद्र की सूझ-बूझ से वहां फंसे भारतीय धीरे-धीरे वापस लौट रहे हैं. बिना किसी क्षति के यह काम हो रहा है जो केंद्र सरकार की कूटनीतिक परिक्वता एवं गंभीरता को दर्शाता है.
ऐसी ही राजनैतिक दक्षता भारत के अंदरूनी मसलों पर भी सरकार को दिखानी पड़ेगी. उम्मीद है कि नयी सरकार सभी मसलों पर लोकसभा में स्वस्थ चर्चा करा कर हल निकालेगी. ईराक में फंसे लोगों की वापसी एक सुखद समाचार है और इससे केंद्र सरकार पर लोगों का विश्वास भी बढ़ेगा. सरकार की गतिशीलता और धैर्य प्रशंसनीय है. सार्क देशों से भी संपर्क सुदृढ़ करने में सरकार दिलचस्पी बनाये रखे. वैसे विदेश मंत्रलय बधाई का पात्र है.
मनोज आजिज, ई-मेल से