संपूर्ण बिहारवासियों ने 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया. यह संयोग की बात है कि उस दिन हम जल दिवस मनाते हुए जल प्रबंधन के गुर सीख रहे होते हैं. हमारे प्रांत की सबसे गंभीर समस्या बाढ़ व सुखाड़ है, जिसका गरीबी, बेरोजगारी व किसानों की समस्या से गहरा नाता है.
बिहार के किसानों को लगभग प्रतिवर्ष बाढ़ या सुखाड़ की समस्या झेलनी पड़ती है. हालांकि किसानों को सरकार की तरफ से डीजल अनुदान व फसल क्षतिपूर्ति दी जाती है, परंतु यह किसानों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा के सामान ही साबित होता है. ऐसे में बिहार को उपरोक्त समस्याओं से निजात दिलाना है, तो सरकार को जल प्रबंधन की दिशा में ठोस पहल करनी होगी.
मुकेश कुमार मनन, इ-मेल से