इस्लामाबाद : अंतराष्ट्रीय अदालत से कुलभूषण सुधीर जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगने के बाद पाकिस्तानी सेना के सुर बदल गये हैं. अंतरराष्ट्रीय अदालत से फैसला आने के बाद आतंकवाद को पालित-पोषित कर भारत को परेशान करने वाली पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. बाजवा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर निशाना साधते हुए कहा कि इस समय पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोराहे पर खड़ा है. उसे यह फैसला करना होगा कि वह क्या युवा आबादी के फायदों को उठाना चाहता है या फिर आतंकवाद की मार झेलना चाहता है.
इस खबर को भी पढ़िये : पाक सेना प्रमुख बाजवा ने कहा, भारतीय लोकतंत्र से सीखे पाकिस्तानी सेना
चरमपंथ को नकारने में युवाओं की भूमिका पर विषय पर व्याख्यान में जनरल बाजवा ने कहा कि सेना आतंकवादियों को पराजित कर देगी, लेकिन समाज से चरमपंथ का सफाया करने में उसे देश के सहयोग की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कृपया याद रखिए कि सेना आतंकवादियों से लड़ती है और चरमपंथ एवं आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कानून प्रवर्तन एजेंसियों व समाज के द्वारा लड़ी जाती है. बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान एक युवा देश है, जहां 50 फीसदी से अधिक आबादी 25 साल से कम उम्र की है.
पाक का नापाक आरोप : हथियार बनाने के लिए असैन्य परमाणु सामाग्री का इस्तेमाल करता है भारत
उधर, पाकिस्तान ने भारत पर यह आरोप भी लगाया है कि भारत उन परमाणु सामाग्रियों का इस्तेमाल हथियार बनाने के लिए करता आ रहा है, जो उसने शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए हासिल किये थे.पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान कई दशकों से भारत की ओर से आयातित परमाणु ईंधन, उपकरण और प्रौद्योगिकी को दूसरे मकसद के लिए इस्तेमाल करने के खतरों की ओर ध्यान दिलाता आ रहा है. उन्होंने कहा कि इस तथ्य को बडे पैमाने पर नजरअंदाज किया जाता रहा है कि भारत का परमाणु हथियार कार्यक्रम दुनिया में सबसे तेजी से बढता कार्यक्रम है.