सूचना पर विधायक व कार्यकर्ताओं की राजगीर में लगी भीड़
राजगीर/ नालंदा : गुरुवार को अचानक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने तीन दिवसीय निजी दौरे पर सड़क मार्ग से राजगीर पहुंचे. जहां राजगीर के अतिथिगृह में सीएम ठहरे. सीएम के साथ इस बार नेताओं का काफिला नहीं दिखा. इस क्रम में उनके साथ निजी सचिव अतीश चंद्रा, आप्त सचिव दिनेश राय साथ थे. हैरान करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री का यह ऐसा पहला दौरा देखा गया. जिसमें नेताओं की भीड़ बिल्कुल नजर नहीं आयी. उनके अचानक राजगीर आगमन की खबर सुनकर राजगीर विधायक रवि ज्योति, जदयू महादलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार तांती,
युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार, जदयू प्रखंड अध्यक्ष मीरा कुमारी, जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष बादल कुमार सहित अन्य कार्यककर्ताओं की भीड़ राजगीर अतिथिगृह के मुख्य प्रवेश द्वार पर जमा हो गयी. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को राजगीर अतिथिगृह में दोपहर दो बजकर 50 मिनट पर प्रवेश कर गये थे. उनके आगमन को लेकर राजगीर अतिथिगृह की सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गयी है.
संभावना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस निजी दौरे के क्रम में राजगीर में निर्माणाधीन जू सफारी पार्क, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र व घोड़ाकटोरा पहाड़ी झील में लगाये जाने वाले भगवान बुद्ध की विशालकाय प्रतिमा, प्रस्तावित स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी, फिल्म सिटी, फोर सीटर रोपवे, डिग्री कॉलेज तथा नवनिर्मित सेवरेज ट्रीटमेंट प्लांट आदि का मुआयना भी करेंगे. अचानक मुख्यमंत्री के आगमन होते ही प्रशासनिक महकमे में अफरातफरी का माहौल बन गया. जिसमें वे दौड़ते हांफते नजर आये. वहीं विभिन्न विभाग के आला अधिकारी अपने अपने तैयारियों में जुट गये हैं. इस क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजगीर दौरे को प्रशासनिक तौर पर बेहद गोपनीय रखा गया था. गोपनीयता का यह आलम था कि प्रशासनिक अधिकारियों ने नीतीश कुमार के आगमन की पुष्टि नहीं की.
जबकि भीतर रूप से सुबह से ही उनके आगमन की तैयारियां चल रही थी. जिसमें राजगीर अतिथिगृह की साफ सफाई, सुरक्षा व विधि व्यवस्था के तहत गतिविधियां जारी थी. परंतु बाहरी तौर पर ना ही महागठबंधन के जनप्रतिनिधियों को और न ही मीडिया कर्मियों को इसकी भनक लगने दी गयी. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिस तरह से सुरक्षा व्यवस्था के तहत दो घंटे पूर्व सड़कों के दोनों किनारों पर सुरक्षा बल की तैनाती और सड़क के दोनों किनारों को अतिक्रमणमुक्त किया गया.
अन्य दिनों की तरह सड़कों पर अतिक्रमण व वाहनों का आवागमन जारी रहा. जब मुख्यमंत्री का काफिला राजगीर पहुंचने में लगभग आधे घंटे शेष था, तब उस समय से प्रशासन की गतिविधियां अचानक तेज हो गयी. लोगों को इस दौरान कुछ समझ में आता, इतने में जब सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री का काफिला गुजरा तो लोगों को काफी हैरानी हुई. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर विधि व्यवस्था में जुटे अधिकारियों में जिलाधिकारी डा. त्याग राजन एसएम, जिला पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार, राजगीर एसडीओ लाल ज्योति नाथ सहदेव, डीएसपी संजय कुमार, डीसीएलआर प्रभात कुमार, बीडीओ राजीव रंजन, नगर प्रबंधक विनय रंजन, थानाध्यक्ष उदय शंकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे
