इंदौर-पटना ट्रेन हादसे में थी तलाश
गिरफ्तारी के बाद एनआइए की टीम कर रही है पूछताछ
मोतिहारी/रक्सौल (पूर्वी चंपारण). कानपुर में हुए इंदौर-पटना रेल हादसे व मोतिहारी के घोड़ासहन में ट्रैक पर बम प्लांट करने के आरोपित आइएसआइ एजेंट राकेश यादव को एनआइए ने भारत-नेपाल की सीमा पर मंगलवार को देर शाम गिरफ्तार कर लिया़ वह छौड़ादानो के बखरी गांव का रहनेवाला है. इस पर दीपक राम व अरुण राम की नेपाल ले जाकर हत्या करने का आरोप है. वहीं, सूरज कुमार व दीपू कुमार की गिरफ्तारी के बाद आदापुर-नकरदेई के बीच रेल ट्रैक पर आइइडी विस्फोट में भी उसकी संलिप्तता सामने आयी है. एनआइए की टीम राकेश को किसी गुप्त जगह पर रख पूछताछ कर रही है. रेलकांड में शमशुल होदा, ब्रजकिशोर गिरि, उमाशंकर पटेल, मोतीलाल पासवान व गजेंद्र शर्मा के बाद राकेश यादव सबसे बड़ा गुनहगार बताया जा रहा है.
सूरज व दीपू 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में
मोतिहारी (पूर्वी चंपारण). दोनों मामलों में आरोपित छौड़ादानो से गिरफ्तार आइएसआइ एजेंट सूरज कुमार व दीपू कुमार को हरपुर के थानाध्यक्ष राजेश कुमार मंगलवार कोर्ट में पेश किया.
एसडीजेएम, रक्सौल के न्यायालय में दोनों की पेशी हुई, जिसके बाद दोनों को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इधर, गिरफ्तार सूरज व दीपू ने पुलिस को बताया है कि पैसेंजर ट्रेन को उड़ाने के लिए आदापुर के कड़िया नदी के पास रेलवे ट्रैक पर आइइडी लगाया गया था. लेकिन, विस्फोट नहीं हुआ था. तीन दिसंबर की रात सात-आठ बजे के बीच ट्रैक पर आइइडी प्लांट किया गया.
