तमिलनाडु के राज्यपाल रविन्द्र नारायण रवि ने केरल के कोच्चि में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आतंकवाद पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, जब 26/11 मुंबई आतंकी हमला हुआ, तो पूरा देश सदमे में था, मुट्ठी भर आतंकवादियों द्वारा देश को अपमानित किया गया था. हमलों के 9 महीनों के भीतर, हमारे तत्कालीन पीएम और पाक पीएम ने एक संयुक्त विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कहा गया था कि दोनों देश आतंकवाद के शिकार हैं. यह क्या है? यह स्पष्ट करना होगा कि पाक दोस्त है या दुश्मन...
जो करेंगे आतंकवाद, उन्हें चुकानी पड़ेगी कीमत
तमिलनाडु के राज्यपाल ने कहा, पुलवामा हमले के बाद, हमने वायु शक्ति का उपयोग करके बालाकोट में पाक पर पलटवार किया. संदेश यह था कि यदि आप आतंकवाद का कृत्य करते हैं, तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. "... हिंसा के प्रति जीरो टॉलरेंस, जो कोई भी बंदूक का इस्तेमाल करता है, उसके साथ बंदूक से निपटा जाना चाहिए. देश की एकता और अखंडता के खिलाफ बात करने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ कोई बातचीत नहीं. पिछले 8 वर्षों में किसी भी सशस्त्र समूह के साथ कोई बातचीत नहीं, यदि केवल आत्मसमर्पण के लिए है.
26/11 हमले पर बोले तमिलनाडु के राज्यपाल
द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने कहा कि कुछ सुरक्षा चिंताएं हैं. कश्मीर, पूर्वोत्तर क्षेत्र और माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति में काफी सुधार हुआ है. 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ जिस तरह से व्यवहार किया गया, उसके लिए पिछली कांग्रेस-यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए रवि ने कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि पड़ोसी देश दोस्त है या दुश्मन. उन्होंने पुलवामा में आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद बालाकोट में हवाई हमले को याद किया, जिसमें कम से कम 46 अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए थे, यह संदेश स्पष्ट था कि अगर आतंकवाद का कोई कृत्य होता है, तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.