नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील पर आज बुधवार 15 जून 2022 को दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है. इसमें राष्ट्रपति चुनाव के लिए गैर-भाजपाई उम्मीदवार को लेकर चर्चा की जाएगी. बताया जा रहा है कि ममता की इस बैठक में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का उम्मीदवार बनाए जाने पर चर्चा की जाएगी.
हालांकि, खबर यह भी है कि ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई इस बैठक में दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), टीआरएस और माकपा शामिल नहीं होगी. हालांकि, कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ममता बनर्जी की इस बैठक में शामिल होंगे. इसके साथ ही, इस बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला भी शामिल होंगे. ममता की यह बैठक दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब में आयोजित की जाएगी.
ममता का फैसला होगा मान्य
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ममता बनर्जी द्वारा दिल्ली में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि इस बैठक में ममता बनर्जी के द्वारा जो फैसला किया जाएगा, वह मान्य होगा. उन्होंने ममता बनर्जी के फैसले पर अपना भरोसा जताया है. वहीं, माकपा के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को लेकर चर्चा के लिए ममता बनर्जी द्वारा 15 जून को बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में माकपा शामिल नही होगी. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि टीएमसी प्रमुख द्वारा बुलाई गई बैठक में शीर्ष नेतृत्व शामिल नहीं होगा.
बैठक में आप और टीआरएस भी नहीं होगी शामिल
वहीं, इस मामले से जुड़े एक विश्वस्त सूत्र ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) आज दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल नहीं होगी. आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही आप इस मुद्दे पर विचार करेगी. इसके साथ ही, ममता बनर्जी की इस बैठक में टीआरएस भी शामिल नहीं होने का ऐलान किया है.
बैठक में शामिल होगी कांग्रेस
ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बहुत से बड़े नेता बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन हम इस बैठक में जा रहे हैं, क्योंकि हमारा मकसद भाजपा के खिलाफ लड़ना है और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें जो करना होगा हम वो करेंगे. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के बिना राष्ट्रपति चुनाव के लिए किसी उम्मीदवार का चयन नहीं हो सकता, क्योंकि हमारे पास 50 फीसदी वोट है, लेकिन फिर भी हम एक साथ चुनाव लड़ने के लिए बैठक में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि हम विपक्षी एकता को तोड़ना नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और कई बड़े नेता भाग नहीं ले रहे. हम एकता और आम सहमति से उम्मीदवार चाहते हैं.
राष्ट्रपति उम्मीदवार पर आम सहमति के लिए बुलाई गई बैठक
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने 15 जून को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में बैठक बुलाई है, जिसमें राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम सहमति से विपक्षी उम्मीदवार को उतारने पर चर्चा की जाएगी. इसके लिए ममता बनर्जी गैर-भाजपा दलों के नेताओं के साथ बैठक के लिए दिल्ली पहुंच चुकी हैं. इसमें शामिल होने के लिए कांग्रेस, एनसीपी, आम आदमी पार्टी, वाम दलों समेत तमाम विपक्षी नेताओं को चिट्ठी भेजी गई है.