Nuh News : हरियाणा के नूंह जिले के बिस्सर अकबरपुर गांव में चिता के लिए लकड़ी इकट्ठा करने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया. इस दौरान लाठी-डंडों और कथित रूप से गोलियां चलने से एक ही परिवार के करीब आठ लोग घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया. मोहम्मदपुर अहिर थाने में 10 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और घायलों का इलाज जारी है.
बंदूक, चाकू, डंडे लेकर पहुंचे लोग
बिस्सर अकबरपुर गांव के निवासी राजा ने पुलिस में शिकायत की है. इसके मुताबिक, वह अपने रिश्तेदार धर्मबीर का मंगलवार सुबह निधन होने के बाद चिता जलाने के लिए लकड़ी लेने के मकसद से अपने भाई उदल और बेटे दीपांशु के साथ पंचायत की जमीन पर गए थे. इस बीच, विरोधी ग्रुप से सुखबीर, रामदेव, रामकिशन, सतबीर, प्रवीण, पवन के अलावा नवीन, प्रशांत और प्रियांशु मोटरसाइकिल, स्कूटर और कार में सवार होकर पहुंच गए. उनके पास बंदूक, चाकू, डंडे और लोहे की रॉड थी.
यह जमीन हमारी है, इतना कहकर कर दिया हमला
शिकायतकर्ता के अनुसार, रामदेव ने पीड़ितों को अपशब्द बोले और कहा, ‘‘यह जमीन हमारी है, हम तुम्हें यहां से लकड़ी नहीं लेने देंगे. ट्रैक्टर हटाओ वरना हम तुम्हें गोली मार देंगे.’’ राजा ने शिकायत में कहा, “जब हमने कहा कि हम दशकों से इस जमीन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो वे भड़क गए और मारपीट शुरू कर दी. सतबीर ने उदल के सिर पर डंडे से वार किया, जिसके बाद वह जमीन पर पड़ा और फिर सभी ने मिलकर उसे लाठियों से पीटा.”
शिकायत में कहा गया है, “उदल को बचाने आए उसके भतीजे रोहित पर रामदेव ने गोली चला दी, जिससे उसके हाथ में चोट लग गई. सोनू को भी गोली लगी. नवीन ने अभिषेक के सिर पर चाकू से वार किया, जिससे उसके कान पर गहरी चोट लगी. जब गांव वाले इकट्ठा हुए, तो आरोपी घटनास्थल से भाग गए.”

