MP Roopa Ganguly, Birbhum violence: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में बीते दिन हुई घटना का स्वर शुक्रवार यानी आज संसद में भी सुनाई दिया. बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में इसपर जमकर हंगामा हुआ. राज्यसभा में बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने सत्तारूढ़ टीएमसी पर जमकर हमला किया. हिंसा को लेकर सांसद रूपा गांगुली ने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की. वहीं, हंगामे के बाद दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक स्थगित कर दिया गया.
ट्रेजरी बेंच और टीएमसी के सदस्यों ने एक-दूसरे के खिलाफ की नारेबाजी
बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने बीरभूम की घटना पर राज्यसभा में कहा, "हम पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं. वहां सामूहिक हत्याएं हो रही हैं, लोग वहां से भाग रहे हैं ... राज्य अब रहने योग्य नहीं है." रूपा गांगुली ने बीरभूम घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कितने लोग मरे अगर बताऊं को सिर्फ 8 ही हैं. दो बच्चे हैं और बाकी लोग अभी आग से झुलस कर अस्पताल में भरे हैं जहां पर बर्न यूनिट नहीं है. रूपा गांगुली ने कहा कि बीरभूम हिंसा के बाद बंगाल की पुलिस पर भरोसा नहीं है. वहीं, राज्यसभा में उपसभापति के बार-बार अनुरोध के बावजूद, ट्रेजरी बेंच और टीएमसी के सदस्य एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
बीजेपी सांसदों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अमित शाह से की थी मुलाकात
बता दें कि बीरभूम हिंसा की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के तीन दिन बाद रूपा गांगुली ने यह मुद्दा उठाया है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय इस घटना पर पश्चिम बंगाल सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
कब हुई थी बीरभूम हिंसा की घटना
दरअसल पश्चिम बंगाल के बीरभूम के बोगटुई गांव में बरशाल ग्राम पंचायत के उपप्रमुख और तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की कथित हत्या के विरोध में घरों में आग लगाने के बाद मंगलवार सुबह आठ लोगों के जले हुए शव मिले. घटना के दौरान बदमाशों ने देर रात ही गांव के 10-12 घरों में फूंक दिया था.