उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने आज राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया. उनके नामांकन दाखिल करने के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, शिवसेना नेता संजय राउत और कई अन्य विपक्षी नेता मौजूद थे.
मार्गरेट अल्वा ने नामांकन किया दाखिल
विपक्षी दलों ने बीते रविवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था. उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से है. धनखड़ ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया था. अल्वा की उम्मीदवारी के संदर्भ में रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्ष के नेताओं ने सोमवार को शरद पवार के आवास पर बैठक की थी.
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए इस दिन होगा मतदान
बैठक के बाद 80 वर्षीय अल्वा ने ट्वीट कर कहा था, ''इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह मुश्किल चुनाव होगा, लेकिन मुझे किसी चुनौती से डर नहीं है. मैं सभी विपक्षी दलों के नेताओं को मेरी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए धन्यवाद देती हूं.'' उन्होंने यह भी कहा था, मुझे पता है कि यह मुश्किल लड़ाई है, लेकिन राजनीति में जीत-हार कोई मुद्दा नहीं है, मुद्दा लड़ाई है. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए छह अगस्त को मतदान होगा. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 जुलाई है. (भाषा)
मार्गरेट अल्वा पांच बार रह चुकी हैं संसद सदस्य
उपराष्ट्रपति चुनाव में जिसकी भी जीत होगी, वो एम वेंकैया नायडू का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है. उपराष्ट्रपति राज्यसभा के अध्यक्ष भी होते हैं. लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य, मनोनीत सदस्यों सहित, इन चुनावों में मतदान करने वाले निर्वाचक मंडल का निर्माण करते हैं. मार्गरेट अल्वा पांच बार संसद सदस्य रही हैं और इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के अधीन केंद्रीय मंत्री रही हैं. उन्होंने राजस्थान के अलावा गोवा, गुजरात और उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है. वह एक राजनीतिक परिवार से आती हैं, जिसमें उनके ससुर और सास सांसद थे.