कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के लिए गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने मांग की है कि अमित शाह को बगैर देरी के बर्खास्त किया जाना चाहिए. सालभर के अंदर यह दूसरी बार है जब दिल्ली में इस तरह की हिंसा हुई है.
अमित शाह को पद छोड़ देना चाहिए. यह सरकरा राष्ट्रीय धरोहर की रक्षा करने के लायक नहीं है. उपद्रवियों को लाल किले के अंदर घूसने दिया गया है. मोदी- शाह के चेले दीप सिंधू की मौजूदगी साजिश की तरफ इशारा करती है. उपद्रवियों की अगुवाई कर रहे अवांछित तत्वों पर मुकदमे दर्ज न कर किसान मोर्चा नेताओं पर मुकदमे दर्ज करके मोदी सरकार-उपद्रवियों की मिलीभगत और साजिश को बेनकाब कर दिया है.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, मोदी सरकार ने शांति से पहले किसानों के ऊपर पहले आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया. मोदी सरकार ने किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए जो रणनीति बनायी. किसानों को बांटा और उन्हें हटाने की कोशिश की. यह सरकार की ऱणनीति थी जो जाहिर हो गयी.
सुरजेवाला ने कहा, एक व्यक्ति है जिसे भाजपा की सरकार संरक्षण है उसने ही किसानों को भड़काया और बैरिकेटिंग तोड़कर आगे प्रवेश करने के लिए उकसाया. अगर यह हो रहा था तो उस वक्त गृहमंत्री क्या कर रहे थे क्या वह सो गये थे. कैसे 500 से 700 लोग लालकिले में घूस कैसे गये, दिल्ली पुलिस के उन पुलिस वालों पर एफआईआर क्यों दर्ज नहीं किया गया जो शांति से बैठे थे.
कुर्सी पर बैठे सब देख रहे थे उन पुलिस वालों पर भी मामला दर्ज करना चाहिए. सुरजेवाला ने अंत में किसानों से कहा आप अपना लक्ष्य ध्यान रखें, वो भटकायेंगे आपको बदनाम करेंगे किसानों को तीन काले कानून को खत्म करने पर फोकस करना होगा.