DHFL Scam: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने डीएचएफएल से संबंधित 34,615 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई ने इस मामले में पुणे में बिल्डर अविनाश भोसले के परिसर से अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर (Agusta Westland) जब्त किया है. सीबीआई के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
बैंक धोखाधड़ी मामले में 20 जून को दर्ज किया गया था मामला
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सीबीआई घोटाले के पैसे से अर्जित की गयी संपत्तियों का पता लगाने के लिए पिछले कुछ दिनों से विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चला रही है. उन्होंने बताया कि सीबीआई ने 34,615 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में 20 जून को दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL), उसके पूर्व अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक कपिल वाधवान, निदेशक दीपक वाधवान एवं अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज किया था. यह एजेंसी की जांच के दायरे में आई अबतक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी है. सीबीआई ने बैंक से 11 फरवरी, 2022 को मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई की है.
बिल्डर अविनाश भोसले पर जानें क्या है आरोप
बताया जा रहा है कि बिल्डर अविनाश भोसले कथित तौर पर डीएचएफएल से जुड़े घोटाले में शामिल था, जिससे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में 17 बैंकों के एक संघ को 34,615 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. सीबीआई ने इस घोटाले में आरोपी पुणे के बिल्डर अविनाश भोसले के एक ठिकाने पर छापा मारा है. अविनाश भोसले एबीआईएल समूह की कंपनियों का प्रमोटर है. केंद्रीय जांच एजेंसी अविनाश भोसले को मई में ही गिरफ्तार कर चुकी है. उससे पूछताछ के बाद आज पुणे के उसके एक ठिकाने पर छापा मारा गया और उसके ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर को अपने कब्जे में ले लिया. सीबीआई दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड में 34,615 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच कर रही है. जांच एजेंसी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में 17 बैंकों के समूह के साथ कथित धोखाधड़ी मामले में डीएचएफएल के कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ ताजा मामला दर्ज किया है.