Anti-Terrorist Squad (UP ATS) : उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने सोमवार को चौंकाने वाला खुलासा किया. एटीएस ने दावा किया है कि दिल्ली के दो मौलवियों के नेतृत्व वाले ग्रुप ने 23 जिलों में कम से कम 900 लोगों को अवैध रूप से इस्लाम धर्म में परिवर्तित (converted Islam) करने का काम किया. इस संबंध में दो मौलवियों को पकड़ा गया है जिनका नाम उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी है.
ये दोनों मौलवी नौ अन्य लोगों के साथ नौ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनपर आरोप हैं कि इन्होंने एक हजार से ज्यादा लोगों को इस्लाम धर्म कबूल करवाया. धर्म बदलवाने के लिए ये लोग लालच देने का काम करते थे. ये लोग पैसे, शादी और नौकरी का लालच देकर लोगों को बरगलाते थे और उनको इस्लाम धर्म में परिवर्तित कर देते थे. आरोपियों में से तीन-तीन महाराष्ट्र और दिल्ली के हैं जबकि हरियाणा, झारखंड और गुजरात से एक-एक है.
एटीएस ने कहा कि चार और जिलों में वेरीफिकेशन का काम चल रहा है. आरोपियों से पूछताछ के आधार पर करीब एक हजार लोगों के नाम की सूची तैयार की गई जिसके बाद नाम सत्यापन के लिए 27 जिलों को भेजने का काम किया गया. इस सूची के आधार पर पुलिस की जांच जारी है. वो इनका वेरीफिकेशन कर रही है. एटीएस के महानिरीक्षक जीके गोस्वामी ने कहा कि कई जिलों ने रिपोर्ट भेजी है. चार जिलों ने अभी तक रिपोर्ट नहीं भेजी है.
यदि आपको याद हो तो पिछले महीने, एटीएस ने मौलवियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था. एटीएस ने कहा था कि ये लोग धर्मांतरण रैकेट से जुड़े हैं. इसका भंडाफोड़ जल्द किया जाएगा. एजेंसी ने दावा किया था कि आरोपियों ने इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) के बैनर तले बड़े पैमाने पर धर्मांतरण करने का काम किया. ये लोग कथित तौर पर विकलांग बच्चों, महिलाओं, बेरोजगारों और गरीबों को अच्छी शिक्षा, शादी, नौकरी और पैसे का लालच देते थे. ऐसे लोगों को लालच देकर ये इस्लाम धर्म कबूल करवाते थे.
जानकारी के अनुसार एटीएस विभिन्न माध्यमों से इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) को मिले फंड की भी जांच कर रही है.
Posted By : Amitabh Kumar