कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ताजा हमला किया है. उन्होंने कहा, कर्नाटक में कांग्रेस की धमाकेदार जीत के बाद ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ हाथ मिलाना चाहती हैं, जबकि चुनाव से पहले उन्होंने कभी भी कांग्रेस के लिए वोट नहीं मांगा. दरअसल अधीर रंजन ने ममता बनर्जी के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें बंगाल की सीएम ने कहा था कि जहां कांग्रेस मजबूत होगी, वहां टीएमसी समर्थन करेगी.
बिना कांग्रेस बंगाल में ममता बनर्जी का आगे बढ़ना मुश्किल : अधीर रंजन
अधीर रंजन ने कहा, कर्नाटक के चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने कभी कहा है कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को वोट दो? आज कांग्रेस की जीत के बाद ममता बनर्जी को लगने लगा कि बिना कांग्रेस बंगाल में उनका आगे बढ़ना मुश्किल है, क्योंकि बंगाल में कांग्रेस पार्टी की पकड़ बढ़ती जा रही है.
ममता बनर्जी ने क्या दिया था बयान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में होगी, वहां उसका समर्थन करेगी. यह पहली बार है जब बनर्जी ने आगे की चुनावी लड़ाई में विपक्षी एकता के लिए संभावित रणनीति पर तृणमूल कांग्रेस के रुख को लेकर स्थिति साफ की है.
#WATCH | Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury reacts to West Bengal CM Mamata Banerjee's statement that her party will support Congress where it is strong pic.twitter.com/pQiuWWflI9
— ANI (@ANI) May 15, 2023
कांग्रेस को भी अन्य राजनीतिक दल का करना होगा समर्थन : ममता
ममता बनर्जी ने कहा, जहां भी कांग्रेस मजबूत है, उन्हें लड़ने दीजिए. हम उन्हें समर्थन देंगे, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. लेकिन उन्हें अन्य राजनीतिक दलों का भी समर्थन करना होगा. उन्होंने कहा कि हालांकि, समर्थन हासिल करने के लिए कांग्रेस को अन्य दलों का भी समर्थन करना होगा. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें उम्मीद है कि सीट बंटवारे के फार्मूले में उन क्षेत्रों में क्षेत्रीय दलों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां वे मजबूत हैं.
ममता ने कर्नाटक में बीजेपी की हार के बाद लोगों का किया था सलाम
बनर्जी ने इससे पहले कर्नाटक में भाजपा के सत्ता गंवाने के बाद वहां के लोगों को सलाम किया था. उन्होंने हालांकि देश की सबसे पुरानी पार्टी का जिक्र करने से परहेज किया था. हाल के वर्षों में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस में टकराव देखने को मिला है.