नयी दिल्ली : 2 जनवरी को हुए पठानकोट हमले को लेकर एनआईए ने आज चार्जशीट दाखिल कर दी है जिसमें जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रउफ असगर, लांचिंग कमांडर शाहिद लतीफ और हैंडलर कासिफ जान को मुख्य अरोपी बनाया गया है. यहां उल्लेख कर दें कि पठानकोट एयरबेस हमले में सात जवान शहीद हुए थे, जबकी 37 लोग घायल हुए थे. हमले का जवाब देते हुए सुरक्षा बलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया था. हमले के बाद आतंकी रऊफ ने एक वीडियो संदेश जारी किया था और आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी.
जानें कौन है आतंकी मौलाना मसूद अजहर
मौलाना मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी है जिसका जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में 10 जुलाई 1968 को हुआ. इसके साथ ही दावा किया जाता है कि वह दस भाई-बहनों में से एक है. पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला करने से पहले भी अजहर कई आतंकी हमले को अंजाम दे चुका है.
प्लेन हाईजैक और अजहर की रिहाई
अजहर को भारत ने साल 1999 में कंधार प्लेन हाईजैक के बाद रिहा कर दिया था. घटना 24 दिसंबर 1999 की है जब पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने 178 यात्रियों के साथ भारतीय वायुसेना के हवाई जहाज आईसी-814 को हाइजैक कर लिया था. हरकत-उल-मुजाहिद्दीन ने हवाई जहाज को हाइजैक करने के बाद भारत सरकार के समक्ष अपनी मांग रखी जिसके तहत आतंकियों ने भारत सरकार से 178 यात्रियों को छोड़ने के बदले तीन आतंकियों को रिहा करने के लिए कहा था. मामले को लेकर कई घंटे तक मंथन चली थी जिसके बाद तत्कालीन भारत सरकार ने यात्रियों की जान बचाने के लिए तीन आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया था. छोड़े गए तीन आतंकियों में से एक मौलाना मसूद अजहर भी था.
जानें आखिर क्या है जैश-ए-मोहम्मद
जैश-ए-मोहम्मद एक पाकिस्तानी आतंकी संगठन है. जम्मू-कश्मीर सहित भारत के कई राज्यों में हुए आतंकी हमलों में यह संगठन शामिल रह चुका है. यही नहीं जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अमेरिका के खिलाफ चलाई जा रही गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं. 1999 में छूटने के बाद मौलाना मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन का गठन किया जिसके बाद से वह लगातार भारत के खिलाफ तमाम आतंकी गतिविधियां को अंजाम देने में लगा हुआ है. 2 जनवरी 2016 को पठानकोट के एयरबेस पर हुए आतंकी हमला की जिम्मेदारी भी आतंकी मसूद अजहर ने ही ली थी.