नयी दिल्ली : लोकसभा में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू विवाद और नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पडी. दोबारा लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने मामले पर फिर हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही कल तक के लिए स्थगति कर दी. ऐसा ही कुछ नजारा राज्यसभा में भी दिखा. अरुणाचल प्रदेश में पनबिजली परियोजना से जुडे कथित घोटाले को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस ने हंगामा किया जिसके बाद बैठक दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस, वामदलों समेत विपक्षी दलों ने किरण रिजिजू समेत कुछ अन्य मुद्दों को उठाया. वामदलों के सदस्य अपनी मांग को उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए. सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य प्रश्नकाल से जुडी प्रश्नसूची दिखा कर कुछ कह रहे थे लेकिन शोर शराबे में उनकी बातें नहीं सुनी जा सकी. विपक्षी सदस्य एक अखबार की प्रति दिखा रहे थे जिसमें किरण रिजिजू से जुडे विवाद से संबंधित खबरें प्रकाशित थी. अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामे में एक प्रश्न लिया और संबंधित मंत्री ने उसका उत्तर दिया. हालांकि हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी.
सदन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली आदि भी मौजूद थे. लोकसभा की कार्यवाही जब 12 बजे दोबारा शुरू हुई तो पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गए. कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम नोटबंदी मामले पर चर्चा करने का 16 नवंबर से प्रयास कर रहे हैं लेकिन सत्ता पक्ष के लोग राजी नहीं हैं. इसके जवाब में संसदीय कार्यमंत्री अनंद कुमार ने कहा कि विपक्ष केवल हंगामा कर रहा है उसकी मंशा नहीं की किसी भी मुद्दे पर चर्चा हो. दोनों नेताओं के बीच चली गरमा-गरम बहस के बाद स्पीकर को कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.लोकसभा में विपक्ष ने ‘मोदी सरकार होश में आओ’, ‘प्रधानमंत्री हाय-हाय’ के नारे लगाए.
आपको बता दें कि 16 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही नोटबंदी के मुद्दे पर बाधित रही है.