नयी दिल्ली : कश्मीरमें जिंदा पकड़े गये लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली ने आतंकी हमले से जुड़े कईअहमराज खोले हैं. भारत आतंकी बहादुर अली के कबूलनामे की मदद से पाकिस्तान को घेरने की तैयारी में है. इस आतंकी ने पूछताछ में कबूल किया है कि लश्कर-ए-तैयबा के साथ ही पाकिस्तानी सेना भी कश्मीर में अशांति कायम करने में लगे हुए हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बताया है कि उसे पाकिस्तानी फौज से ट्रेनिंग मिली.मालूमहो कि आतंकी बहादुर अली को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था.
अधिकारियों का कहना है कि 2008 के मुंबई हमलों में आतंकी अजमल कसाब के जिंदा पकड़े जाने के बाद से आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का हाथ होने का सबसे बड़ा सबूत मिला है. एनआइए केमुताबिक कश्मीर में जारी अशांत माहौल के पीछे लश्कर के साथ ही पाकिस्तानी सेना का भी हाथ है. लश्कर-ए-तैयबा के कथित पाकिस्तानी आतंकवादी के इकबालिया बयान से लैस एनआइए ने बुधवार को कश्मीर में लगातार अशांति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पर दोषारोपण किया.
जांच एजेंसी ने यह भी कहा कि वह पिछले 33 दिनों से घाटी में चल रही अशांति में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका के संबंध में साक्ष्य एकत्र कर रही है. एनआइए ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली से पूछताछ में घाटी में हालात बिगाड़ने में लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता को दर्शाने के लिए सुराग मिले हैं.
बहादुर अली को उत्तर कश्मीर से हाल में गिरफ्तार किया गया था. एनआइए ने मीडिया को अली उर्फ सैफुल्ला का वीडियो दिखाया जो अपने परिवार, आतंकवादी संगठन में जो उसने समय बिताया और सीमा के इस पार आने के बारे में बता रहा है. वीडियो में वह पंजाबी में बोलते हुए दिखा. उसे 25 जुलाई को राज्य पुलिस ने हंदवाड़ा के एक गांव से गिरफ्तार किया था जब वह इस साल जून में नियंत्रण रेखा पर सेना को चकमा देने में विफल रहा.