नयी दिल्ली : भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में एक कदम और बढ़ाते हुए आज इतिहास रच दिया. इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने दोबारा इस्तेमाल लायक स्वदेशी स्पेसशटल को सुबह करीब सुबह सात बजकर पांच मिनट पर लॉन्च किया जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत के पहले स्वदेशी अंतरिक्ष यान आरएलवी-टीडी का प्रक्षेपण हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों का नतीजा है. उन्हें बधाई।” मोदी ने कहा, ‘‘हमारे वैज्ञानिक और इसरो जिस गतिशीलता और समर्पण के साथ वर्षों से काम करते आए हैं, वह अद्भुत है और बेहद प्रेरणादायी है.” भारत ने आज आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से स्वदेश निर्मित आरएलवी के पहले प्रौद्योगिकी प्रदर्शक का सफल प्रक्षेपण किया. यह प्रक्षेपण यान उपग्रहों को पृथ्वी के चारों ओर की कक्षाओं में प्रक्षेपित करने और फिर वायुमंडल में पुन: प्रवेश करने में सक्षम है.
आरएलवी को भारत का अपना अंतरिक्ष यान कहा जा रहा है. इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार, यह लागत कम करने, विश्वसनीयता कायम करने और मांग के आधार पर अंतरिक्ष तक पहुंच बनाने का एक साझा हल है. आरएलवी-टीडी प्रौद्योगिकी प्रदर्शन अभियानों की एक श्रृंखला है, जिसे पूरी तरह से दोबारा इस्तेमाल किए जा सकने वाले यान ‘टू स्टेज टू ऑर्बिट’ :टीएसटीओ: को हकीकत में बदलने की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है.