नयी दिल्ली :समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में आजनरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ देश में बन रहे माहौल से सरकार को अवगत कराया. उन्होंने कहाकि आपके खिलाफ अब जनता खड़ी हो रही है. मुलायम ने यह भी कहा कि आपकी सहयोगी पार्टियां भी आपसे दूर हो रही हैं. इस मौके पर उन्होंने कालाधन, रोजगार समेत कई मुद्दों पर सवाल खड़ा किया. साथ ही उन्होंने एनडीए को चेताया कि अब आप और आपके गंठबंधन टूट रहे हैं.
मुलायम ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, एनडीए के अन्य दलों के बीच एकता भंग हो रही है, वो देश के लिए खतरा है. 2014 में एनडीए को जनता ने मजबूत किया था. एनडीए को सोचना चाहिए कि मजदूर, सामान्य वर्ग, छात्र बुद्धिजीवी वर्ग कैसे अचानक आपके खिलाफ हो गये. आपको इस पर सोचना चाहिए. घरों में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन यह टूट क्यों रहा है. इस पर विचार करना चाहिए. हम कहां था और कहां जा रहे हैं. छात्रों को भय लग रहा है कि आप आरक्षण खत्म कर देंगे. अगर आरक्षण के मुद्दे को छेड़ेंगेतो पूरा देश खड़ा हो जायेगा. आरक्षण के लिए हमने संघर्ष किया है ऐसे ही नहीं मिला. कितने बड़े-बड़े लोगों ने पिछड़ों और गरीबों को आरक्षण दिलाया है.
मुलायम ने जम्मू कश्मीर में पीडीपी और भाजपा के गंठबंधन पर सवाल खड़े किये और कहा कि दोनों की राजनीतिक विचारधारा अलग है. महाराष्ट्र में शिवसेना औरभाजपाके बीच प्रेम था लेकिन वो भी खिलाफ हो गयी. पंजाब में अकाली दल ने समर्थन किया लेकिन वहां भी हालात अलग हो रहे हैं. इन सभी के साथ रिश्ते खराब हुए हैं. पड़ोसी देशों के साथ भी रिश्ते खराब हो रहे हैं. विदेश नीति में अबतक कोई दोस्त नहीं बन पाया. अगर कोई दोस्त बना तो जवाहर लाल नेहरू ने दोस्त बनाया था.
आपसे अनुरोध है कि आप देश मजबूत कीजिए तो हम खुद भी मजबूत हो जायेंगे. आपने कहा था कि 4 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे. आपने 10 लाख लोगों को भी नहीं दिया. आप पर कैसे विश्वास किया जायेगा. अब आपके खिलाफ जनता खड़ी हो गयी है. उल्टी गिनती शुरू हो गयी है.
मुलायम ने रोजगार पर सवाल खड़ा किया और किसानों की हालत पर चिंता जतायी, जिसमें बाढ़ और सूखे से कई किसानों की हालत खराब हो गयी. नीति कितनी अच्छी हो नियत ठीक होनी चाहिए तभी काम होता है अगर नीयत अच्छी है और नीति खराब है तो भी काम बेहतर होता है, बात नीयत की है कि आपकी नीयत कैसी है.
मुलायम सिंह ने कालाधन के मुद्दे पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आपको यह बताना चाहिए कि कितना कालाधन वापस आया. आपको नाम का भी खुलासा करना चाहिए. सैकड़ों करोड़ रुपये अब भी विदेश में जा रहा है. आपको बताना चाहिए कि कालाधन के कानून बनने से क्या लाभ मिला. कितने लोगों के नाम सामने आये उस पर क्या कार्रवाई हुई.
