नयी दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने एक बार फिर राम मंदिर का राग अलापा है. इसबार उन्होंने राम मंदिर के निर्माण को लेकर ऐसा तर्क दिया है जिसने सबको चौंका दिया है. जबलपुर में वीएचपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में तोगड़िया ने राम मंदिर का चर्चा करते हुए कहा कि भारत में आतंकी संगठन आईएसआईएस के प्रसार को रोकना है और देश का विकास करना है तो अयोध्या में राम मंदिर का बनना अत्यंत आवश्यक है. आईएसआईएस और राम मंदिर को जोड़कर तोगडिया ने इस मुद्दे को हवा दे दी है.
वीएचपी नेता ने कहा कि राम मंदिर बनाने का एक ही उपाय है और वह यह संसद मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाए. यदि ऐसा हो गया तो मंदिर के निर्माण को कोई नहीं रोक सकता है. उन्होंने कहा कि जिस दिन राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनकर पास हो जाएगा उस दिन से मैं खुद नरेंद्र मोदी के विजय झंडे लेकर घूमने लगूंगा. फिलहाल तोगड़िया के बयान पर अभी किसी भाजपा नेता की प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
क्या कहा वेंकैया नायडू ने
इससे पहले बुधवार को संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने इस मुद्दे को लेकर एक बयान दिया था जिसके कारण वे विपक्ष के निशाने पर आ गए थे. नायडू ने कहा था कि सभी देशवासी राम मंदिर चाहते हैं. यह बात नायडू ने शीतकालीन सत्र को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही.
संसद में उठा मामला
अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा अब और बड़ा होता जा रहा है. पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद( वीएचपी) द्वारा मंदिर निर्माण के लिए दो ट्रक पत्थर मंगवाने की खबर के बाद अब बाबरी मस्जिद का मॉडल सामने आ गया और बयान भी आया कि अब बाबरी मस्जिद के लिए भी पत्थर मंगवाये जायेंगे. इस खबर के बाद प्रशासन चौकस हो गयी है. इसकी गूंज शीत सत्र के दौरान राज्यसभा में भी सुनायी दी. जदयू सांसद केसी त्यागी ने मामला राज्यसभा में उठाया. त्यागी को सपा और कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और वेल में उतर गए.
सतर्क है अखिलेश सरकार
अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिये विश्व हिन्दू परिषद द्वारा पत्थर मंगाये जाने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक करके अयोध्या समेत पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाये रहने के सख्त निर्देश दिये. पुलिस महानिरीक्षक इस संबंध में जानकारी दी कि अयोध्या में हाल के घटनाक्रम के मद्देनजर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुबह मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक अपर पुलिस महानिदेशक और फैजाबाद के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ अधीक्षक को अपने आवास पर समीक्षा के लिये बुलाया था और मुख्यमंत्री ने अयोध्या के घटनाक्रम के बारे में अधिकारियों से विस्तार से विचार-विमर्श किया.
शिवसेना का हमला
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को ‘राष्ट्रीय कार्य’ बताते हुए शिवसेना कह चुकी है कि भगवान राम के नाम पर सत्ता में आने वाले लोगों को उनका निर्वासन समाप्त करना चाहिए. पार्टी ने मांग की कि मंदिर निर्माण के लिए एक निश्चित तारीख घोषित की जानी चाहिए. वहीं पिछले दिनों शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए लेकिन शांति के साथ. राउत ने कहा कि इस मंदिर के लिए बहुत से लोगों ने त्याग किया है. राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए लेकिन सभी समुदाय की सहमति के साथ और शांति के साथ. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण इसलिए नहीं हो सका है क्योंकि इसके लिए हम हमेशा लड़ते रहते हैं.