हैदराबाद : थैलेसीमिया से ग्रसित 8 साल के बच्चे एम रूप अरुणा को 1 दिन के लिए पुलिस कमश्निर बनाया गया. एम रूप ने बताया कि वह पुलिस कमश्निर बनकर बेहद खुश है. एम रूप ने कहा कि वह अपराध को नियंत्रण में करना चाहते है. थैलेसीमिया बिमारी से शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में […]
हैदराबाद : थैलेसीमिया से ग्रसित 8 साल के बच्चे एम रूप अरुणा को 1 दिन के लिए पुलिस कमश्निर बनाया गया. एम रूप ने बताया कि वह पुलिस कमश्निर बनकर बेहद खुश है. एम रूप ने कहा कि वह अपराध को नियंत्रण में करना चाहते है.
थैलेसीमिया बिमारी से शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में गड़बड़ी हो जाती है जिसके कारण रक्तक्षीणता के लक्षण प्रकट होते हैं. इसकी पहचान तीन माह की आयु के बाद ही होती है. इसमें रोगी बच्चे के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है जिसके कारण उसे बार-बार बाहरी खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है.